वडेट्‌टीवार बने विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता, केदार को सचेतक की जिम्मेदारी

वडेट्‌टीवार बने विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता, केदार को सचेतक की जिम्मेदारी

Anita Peddulwar
Update: 2019-06-14 10:12 GMT
वडेट्‌टीवार बने विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता, केदार को सचेतक की जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश कांग्रेस ने विधानमंडल कामकाज के लिए नई टीम का ऐलान कर दिया है। बालासाहब थोरात को विधानमंडल का नेता नियुक्त किया गया है। टीम में विदर्भ के विधायकों को भी महत्व मिला है। विजय वडेट्‌टीवार को विधानसभा में कांग्रेस का पार्टी नेता बनाया गया है। सुनील केदार व यशोमति ठाकुर सचेतक नियुक्त किए गए हैं। गौरतलब है कि 17 जून से विधानमंडल का मानसून सत्र शुरु होने जा रहा है। सत्र के पहले कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष का भी चयन किया जाएगा। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील ने इस्तीफा दिया है। विधानमंडल कामकाज के संबंध में दो दिन तक पार्टी नेताओं में विचार मंथन चला। प्रदेश प्रभारी मलिकार्जुन खडगे, प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण के अलावा पृथ्वीराज चव्हाण, सुशील शिंदे, नितीन राऊत व अन्य प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में संगठनात्मक मामले की समीक्षा के बाद नई नियुक्तियां की गई। 

ये है नियुक्तियां
विधानमंडल नेता बालासाहब थोरात, विधानसभा में कांग्रेस पार्टी नेता विजय  वडेट्‌टीवार, उपनेता नसीम खान, मुख्य सचेतक बश्वराज मुरुमकर, सचेतक अगदा पडवी, सुनील केदार, जयकुमार गोरे, यशोमति ठाकुर, प्रणिति शिंदे विधानपरिषद में पार्टी नेता शरद रणपिसे,रमहरि रंपवार उपनेता, सचेतक भाई जगताप।

विदर्भ में 7 विधानसभा सदस्य 
कांग्रेस के विदर्भ में केवल 7 विधानसभा सदस्य हैं। ब्रम्हपुरी के विधायक विजय वडेट्‌टीवार फिलहाल  विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता थे। उन्हें पदोन्नत करके पार्टी नेता बनाया गया है। नागपुर जिले में कांग्रेस के एकमात्र विधानसभा सदस्य सुनील केदार को सचेतक की जिम्मेदारी दी गई है। वडेट्‌टीवार व केदार राज्यमंत्री रह चुके हैं। केदार को प्रदेश अध्यक्ष चव्हाण के विरोधी गुट का सदस्य माना जाता है। अमरावती जिले के तिवसा क्षेत्र की विधानसभा सदस्य यशोमति ठाकुर कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव भी हैं।

अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं। लिहाजा संगठन कार्य के लिहाज से भी विदर्भ के प्रतिनिधियों को महत्व दिया जा रहा है। हालांकि पहले चर्चा यह भी थी कि वडेट्‌टीवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी जा रही है। लेकिन फिलहाल इस पद के लिए निर्णय नहीं हो पाया है। राज्य में कांग्रेस  व राकांपा का गठबंधन है। विधानसभा में कांग्रेस व विधानपरिषद में राकांपा को नेता प्रतिपक्ष पद मिला है। विधानसभा में कांग्रेस के 42 व राकांपा के 41 विधायक चुनकर पहुंचे थे। लेकिन कांग्रेस के सदस्यों की संख्या कम हुई है। विखे पाटील ने विधायक पद से इस्तीफा दिया है। 

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