मांगे नहीं मानी गई तो 7 जून से आपूर्ति रोकेंगे किसान, 10 जून से चक्काजाम का ऐलान 

मांगे नहीं मानी गई तो 7 जून से आपूर्ति रोकेंगे किसान, 10 जून से चक्काजाम का ऐलान 

Anita Peddulwar
Update: 2018-06-02 13:09 GMT
मांगे नहीं मानी गई तो 7 जून से आपूर्ति रोकेंगे किसान, 10 जून से चक्काजाम का ऐलान 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे किसान संगठनों ने आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है। किसान संघर्ष समिति ने कहा है कि यदि आगामी 7 जून तक सरकार ने हमारे आंदोलन को लेकर कोई प्रतिसाद नहीं दिया तो किसान शहरों में दूध व सब्जी की आपूर्ति बंद कर देंगे।  शनिवार को मुंबई मराठी पत्रकार संघ में किसान नेता अजित नवले ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछले साल किसान आंदोलन के वक्त हमारी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक वह आश्वासन पूरा नहीं किया गया। इसलिए किसान फिर से हड़ताल करने को मजबूर हुए हैं।

5 जून को राज्य भर में करेंगे विरोध आंदोलन
उन्होंने कहा कि सरकार ने दूध की कीमत प्रति लीटर 27 रुपए तय कर दी, लेकिन आज तक किसानों को यह भाव नहीं मिला। चीनी की कीमतें गिरने का नुकसान भी किसानों को उठाना पड़ रहा है। दूसरी तरफ सरकार पाकिस्तान से चीनी आयात कर रही है। राज्य में तुअर की खरीदारी बंद कर मोजांबिक से तुअर मंगाई गई है। डॉ. नवले ने कहा कि शिवराज्यभिषेक के दिन 5 जून को राज्यभर में निषेध आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान दूसरे राज्यों से आए दूध, पाकिस्तान की चीनी और मोजांबिक से आई तुअर को तहसील के माध्यम से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेंट किया जाएगा।

इसके बाद भी यदि सरकार की तरफ से आंदोलन को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए तो 7 जून के बाद किसान शहरों में दूध व सब्जी आपूर्ति रोक देंगे। नवले ने कहा कि किसान यह लड़ाई खुद अपने हाथ में लें और शहरों में रसद आपूर्ति रोके। हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे। इसके बाद 10 जून से राज्यभर में चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा। नवले ने कहा कि 1 जून से शुरु किसान संगठनों की हड़ताल को किसान संघर्ष समिति का समर्थन है। उन्होंने सरकार से मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

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