महाराष्ट्र: दो माह में बरसा चार माह का पानी, जलाशय लबालब

महाराष्ट्र: दो माह में बरसा चार माह का पानी, जलाशय लबालब

Anita Peddulwar
Update: 2021-07-31 12:21 GMT
महाराष्ट्र: दो माह में बरसा चार माह का पानी, जलाशय लबालब

डिजिटल डेस्क,मुंबई।  मानसून के चार महीनों के भीतर होने वाली बारिश इस बार दो माह ही हो गई है। हर साल जून से सितंबर तक जितनी बारिश होती थी, उतनी बरसात इस बार सिर्फ दो महिनों जून व जुलाई में हो चुकी है। पुणे विभाग के जलाशयों में पिछले साल की अपेक्षा करीब दो गुना पानी एकत्र हो गया है।  इसे जलवायु परिवर्तन का असर माना जा रहा है।  इस बार मानसून बदला- बदला नजर आ रहा है। कई दिनों के सूखे के बाद अचानक भारी बरसात देखने को मिल रही है। बीते 17 व 18 जुलाई को हुई मूसलाधार बारिश से मुंबई सहित कोंकण के कई इलाके जलमग्न हो गए थे। मुंबई में औसतन 2205.8 मिमी बारिश होती है पर शुक्रवार की सुबह तक यहां 2080.8 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। राज्य के कई इलाकों में औसत से ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है। 

इस साल जमा हुआ 16.89 प्रतिशत ज्यादा पानी 
दूसरी ओर भारी बरसात से जहां राज्य के कई इलाकों के जलाशय लबालब भर गए हैं पर कुछ इलाकों के जलाशय अभी भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। अमरावती विभाग के जलाशयों में शनिवार तक 60.73 फीसदी जल संग्रह था जबकि पिछले साल आज के दिन यह आकड़ा 61.64 फीसदी था। इसी तरह नागपुर विभाग के 16 बड़े बाधों में फिलहाल 47 फीसदी पानी है जबकि पिछले साल इस वक्त 55.6 प्रतिशत पानी था। हालांकि राज्य के सभी बड़े बाधों का वॉटर स्टॉक देखे तो पिछले साल की अपेक्षा 16.89 प्रतिशत ज्यादा पानी जमा है। महाराष्ट्र के सभी छोटे-बड़े बाधों में शनिवार तक इनमें 51.32 फीसदी पानी जमा है जबकि 31 जुलाई 2020 को यह आकड़ा 41.05 प्रतिशत था। इस बार सबसे ज्यादा पानी पुणे विभाग के बाधों में एकत्र हुआ है। पिछले साल इस वक्त 34.97 प्रतिशत जल संग्रह था, पर इस बार यहां 66.96 प्रतिशत वॉटर स्टॉक है।  

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