महाराष्ट्र को बहुत कम मिली कोरोना टीके की खुराक

महाराष्ट्र को बहुत कम मिली कोरोना टीके की खुराक

Anita Peddulwar
Update: 2021-01-13 12:42 GMT
महाराष्ट्र को बहुत कम मिली कोरोना टीके की खुराक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार पर कोरोना टीके का कम खुराक (डोज) उपलब्ध कराने का आरोप लगाया है। गुरुवार को टोपे ने कहा कि राज्य को फिलहाल 17 लाख 50 हजार खुराक की जरूरत है। लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से 9 लाख 63 हजार और भारत बायोटेक कंपनी से 20 हजार खुराक ही मिले हैं। प्रदेश में कुल जरूरत का 55 प्रतिशत खुराक मिला है।   टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना टीका के लिए कोविड पोर्टल पर 7 लाख 84 हजार स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पंजीयन कराया है। इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को दो खुराक देना होगा। इसके अलावा 10 प्रतिशत टीके खराब हो जाते हैं। इसलिए पहले चरण के लिए हमें 17 लाख 50 हजार खुराक की आवश्यकता है। टोपे ने कहा कि  निश्चित रूप से राज्य को टीके की खुराक कम मिली है लेकिन हमें विश्वास है कि केंद्र सरकार और खुराक उपलब्ध कराएगी। क्योंकि केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के टीके की पूरी जिम्मेदारी ली है। 15 से 20 दिन के बाद कोरोना के टीके की और मांग की जाएगी। टोपे ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार सभी लोगों को एक-एक खुराक देने की अपेक्षा संबंधित व्यक्ति को दो खुराक पूरा देना है। दो खुराक के बीच अंतर 4 से लेकर 6 सप्ताह हो सकता है। 

14 जनवरी तक हर जिले में पहुंचेगा टीका 
टोपे ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक के आठ सेंटर हैं। इन सेंटर पर कोरोना का टीका भेजा गया है। इसमें नागपुर, अकोला, औरंगाबाद, लातूर, मुंबई, ठाणे, नाशिक और कोल्हापुर सेंटर का समावेश है। इन सेंटर से हर जिले तक 14 जनवरी तक टीका पहुंच जाएगा। इसके बाद 15 जनवरी तक कोरोना टीकाकरण के स्वास्थ्य केंद्रों तक टीका पहुंच जाएगा। टीका का शीत-श्रृंखला (कोल्ड चेन) में रखा जाएगा। टोपे ने कहा कि 16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना टीकाकरण अभियान का ऑनलाइन उद्धाटन करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री मुंबई के कूपर अस्पताल और जालना जिला अस्पताल में लोगों से बातचीत कर सकेंगे। टोपे ने कहा कि राज्य में एक साथ 511 सेंटर पर टीकाकरण शुरू किया जाना वाला था लेकिन केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश के अब 16 जनवरी को 350 सेंटर पर टीकाकरण शुरू किया जाएगा। हर स्वास्थ्य केंद्र पर 100 लोगों को टीका दिया जाएगा। इससे पहले दिन 35 हजार लोगों को कोरोना का टीका उपलब्ध कराया जाएगा। पहले चरण में टीकाकरण की प्रक्रिया  30 दिन में पूरा कर ली जाएगी। 

फिलहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका 
टोपे ने कहा कि केंद्र सरकार ने केवल स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका देने की अनुमति दी है लेकिन कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को टीका उपलब्ध कराने के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा जाएगा। टोपे ने कहा कि 18 साल से कम आयु वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं और जिनकी गंभीर एलर्जी है ऐसे व्यक्तियों को टीका नहीं दिया जाएगा। 

टोपे ने कहा कि कोरोना का टीका सुरक्षित है। टीका लगने के बाद उस जगह पर सूजन आना, बैचेनी महसूस होना, हल्का तापमान बढ़ना साधारण बात है। इसके चलते कोई यह नहीं कहे कि उन्हें टीका नहीं लगवाना है। यदि स्वास्थ्य कर्मचारी टीका नहीं लगवाएंगे तो आम लोगों में गलतफहमी पैदा हो सकती है। टोपे ने कहा कि जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टीका के लिए पंजीयन कराया है वे सभी लोग टीका लगवाएं। 

जनप्रतिनिधि पहले कोविड योद्धाओं को दें मौका 
टोपे ने कहा कि मंत्री और जनप्रतिनिधि जनता के प्रतिनिधि हैं। इसलिए मुझे लगता है कि जनप्रतिनिधियों को पीछे रहकर पहले कोविड योद्धाओं को टीका लेने का मौका देना चाहिए। टोपे ने कहा कि जनता के बीच गलत संदेश नहीं जाना चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि कोई भी जनप्रतिनिधि टीके के लिए जल्दबाजी करेगा। 

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