सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर, महाराष्ट्र बंद पर मुख्य सचिव ने ली बैठक

सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर, महाराष्ट्र बंद पर मुख्य सचिव ने ली बैठक

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-08 19:38 GMT
सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर, महाराष्ट्र बंद पर मुख्य सचिव ने ली बैठक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल का सबसे ज्यादा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। बुधवार को ठाणे के सिविल अस्पताल में एक गर्भवती महिला को भर्ती करने से इंकार कर दिया गया। ठाणे के आदिवासी इलाके तानसा में रहने वाली सुनीता मासमारे को प्रसव पीड़ा के कारण शहापुर के उपजिला अस्पताल में ले जाया गया था। वहां से उन्हें ठाणे सिविल अस्पताल में भेज दिया गया, लेकिन ठाणे के सिविल अस्पताल ने कर्मचारी मौजूद नहीं होने के कारण सुनीता को भर्ती करने से इंकार कर दिया। वहीं मुंबई के जेजे अस्पताल में लगभग 2600 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। अस्पताल में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के न होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है। मुंबई के केईएम अस्पताल के डीन डॉ.अविनाश सुपे ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में हड़ताल के कारण मुंबई मनपा के अस्पतालों में आने वाली मरीजों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ी है।

महाराष्ट्र बंद पर मुख्य सचिव की अधिकारियों के साथ बैठक

आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समाज की तरफ से 9 अगस्त को बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के मद्देनजर राज्य के मुख्य सचिव डी के जैन ने कानून व सुव्यवस्था की समीक्षा की। बुधवार को मंत्रालय में देर शाम हुई बैठक में जैन ने पुलिस प्रशासन को जरूरी सुरक्षा व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों को आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा। जैन ने कहा कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि बंद के दौरान अत्यावश्यक सेवाएं प्रभावित नहीं हो। उन्होंने कहा कि एसटी बस सेवा, मुंबई में बेस्ट बस सेवा और रेलवे का परिवहन सुचारु रूप से चलाने में पुलिस विभिन्न विभागों के साथ तालमेल के साथ काम करें।

पुणे के सारे स्कूल, कॉलेज बंद

उधर पुणे में जिला प्रशासन ने शहर तथा जिले के सारे स्कूल- कॉलेज बंद रखने की सूचना दी है। बुधवार को जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने इस संदर्भ में पत्र भेजा है। आरक्षण की मांग को लेकर मराठा क्रांति मोर्चा द्वारा गुरूवार को महाराष्ट्र बंद पुकारा गया है। इसके मद्देनजर बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक आयोजित की गई थी। बंद के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसक घटना न हो, कानून एवं सुरक्षा बरकरार रहे, शांति बनी रहे इस लिए एहतियातन कदम उठाया गया है।

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