महाराष्ट्र सरकार देगी पौने चार लाख...ताकि चलती-फिरती दुकान ले सकें दिव्यांग

महाराष्ट्र सरकार देगी पौने चार लाख...ताकि चलती-फिरती दुकान ले सकें दिव्यांग

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-23 06:09 GMT
महाराष्ट्र सरकार देगी पौने चार लाख...ताकि चलती-फिरती दुकान ले सकें दिव्यांग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य मंत्रिमंडल ने दिव्यांगों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए नई योजना को मंजूरी दी। इसके तहत प्रदेश में दिव्यांगों को व्यवसाय के लिए मोबाइल शॉप (चलती-फिरती दुकान) मुफ्त में दिए जाएंगे। ये वाहन हरित ऊर्जा पर चलेंगे और पर्यावरण पूरक होंगे। लाभार्थी को चलती-फिरती दुकान के लिए अधिकतम पौने चार लाख रुपए का अनुदान मिल सकेगा। लाभार्थी वाहनों पर खाद्य पदार्थ और खुदरा किराने के सामान बेच सकेंगे। इस योजना के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। महाराष्ट्र राज्य अपंग वित्त व विकास महामंडल के माध्यम से यह योजना लागू की जाएगी। लाभार्थियों के चयन के लिए महामंडल के प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में समिति गठित की जाएगी। 

लाभार्थी खुद अथवा महामंडल या फिर बैंकों से ले सकेंगे कर्ज 
लाभार्थी के व्यवसाय में मदद करने के लिए जीपीआरएस, सॉफ्टवेयर मॉनिटरिंग, लाइव ट्रैकिंग जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा। योजना को लागू करने के लिए चुनी जाने वाली संस्था पर वाहन की देखभाल और मरम्मत की जिम्मेदारी होगी। लाभार्थी द्वारा चुने गए व्यवसाय के अनुरूप प्राथमिक प्रशिक्षण, वाहनों का प्रादेशिक-उपप्रादेशिक परिवहन विभाग में पंजीयन कराना होगा। लाभार्थी को वाहन चलाने के लिए लाइसेंस, वाहन बीमा निकालने और संबिधित नगर निकाय क्षेत्र में व्यवसाय करने का लाइसेंस दिलाने की जिम्मेदारी भी संस्था की ही होगी। दिव्यांग व्यक्तियों को पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने और रोजगार पैदा करने की दृष्टि से यह योजना चलाई जाएगी। 
 
फर्ग्युसन कॉलेज बनेगा विश्वविद्यालय 
पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज का रूपांतर विश्वविद्यालय के रूप में करने के फैसले को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। इस संबंध में अध्यादेश जारी किया जाएगा। फर्ग्युसन विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम शैक्षणिक वर्ष 2019-20 से शुरू होगा। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुसा) के दिशा-निर्देश के अनुसार स्वायत्त महाविद्यालय का दर्जा बढ़ाकर विश्वविद्यालय के रूप में रूपांतर करने की योजना के तहत यह फैसला किया है। राज्य में पहली बार निजी अनुदानित संस्था के माध्यम से फर्ग्युसन महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। पुणे में फर्ग्युसन कॉलेज की स्थापना 1884 में डेक्कन एज्यूकेशन सोसायटी के माध्यम से की गई थी।

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