खरीफ की तैयारी: कृषि केन्द्रों पर नजर रखेंगे उड़नदस्ते
खरीफ की तैयारी: कृषि केन्द्रों पर नजर रखेंगे उड़नदस्ते
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। खरीफ का समय जैसे-जैसे पास आ रहा है किसान खेती कार्य की तैयारी में जुट गए हैं। इस बीच सरकार ने भी कृषि केंद्रों पर होने वाली किसानों की लूट एवं धांधली पर रोक लगाने के लिए उड़दस्ते तैयार किए हैं, जो कृषि केंद्रों पर पैनी नजर रखेंगे। ज्ञात रहे कि किसानों के हित के लिए शासन के निर्देशानुसार प्रतिवर्ष खरीफ मौसम शुरू होते ही उड़नदस्तों का गठन किया जाता है। जिसके तहत इस वर्ष भी अप्रैल माह से कृषि विभाग ने एक जिलास्तरीय एवं 8 तहसील स्तर के उडऩदस्ते बनाए गए हैं। जिनके माध्यम से किसानों की शिकायतों पर कार्रवाई किया जाना अपेक्षित है।
15-20 दिनों में शुरू होंगे कृषि केन्द्र
बता दें कि बिना किसी रसीद के किसानों को कृषि सामग्री बेचने, रासायनिक खाद एवं कीटनाशक औषधियों की अधिक मूल्य पर बिक्री, नकली कंपनियों के बीज बेचने, बिना लाइसेंस के कृषि सामग्री बेचने, रासायनिक खाद उपलब्ध रहने के बावजूद भी उसका अभाव दिखाकर अधिक मूल्य में बिक्री करने जैसे कृत्यों पर कड़ी कार्रवाई कर किसानों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिवर्ष उडऩदस्ते बनाए जाते हैं। फिलहाल खरीफ मौसम शुरू नहीं होने से किसी केंद्र पर अब तक उडऩदस्तों द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि 15 से 20 दिनों में धान बीज के बिक्री का कार्य शुरू हो जाएगा। जिस पर इन उडऩदस्तों की पैनी नजर रहना जरूरी है। क्योंकि हर वर्ष बोगस कंपनियों के बीज किसानों के मत्थे मारी जाती है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। कृषि विभाग द्वारा बनाए गए उडऩदस्ते किसानों को न्याय देते है, या फिर दिखावा बनकर रह जाते है यह आने वाला समय ही बताएगा।
एक दस्ते में पांच सदस्य
जिलास्तर के उडऩदस्ते में जिला कृषि अधीक्षक, कृषि अधिकारी को पथक प्रमुख बनाया गया है। वहीं सदस्य के रूप में जिला गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक, नापतोल निरीक्षक एवं मुहिम अधिकारी का समावेश है। तहसील स्तर के पथक प्रमुख तहसील कृषि अधिकारी एवं सदस्य के रूप में कृषि अधिकारी तहसील गुणवत्ता निरीक्षक, मंडल कृषि अधिकारी, नापतोल निरीक्षकों का समावेश है।
सख्त कार्रवाई की जाएगी
किसानों से होने वाली धोखाधड़ी किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुणवत्ता नियंत्रण के लिए ९ उडऩदस्ते जिले के हर कृषि केंद्रों तक पहुंचकर गुणवत्ता की जांच करेंगे। निरीक्षण में खामियां दिखाई देने पर संबंधित कृषि केंद्रों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खरीदी-बिक्री करते समय किसान सजग रहें। खरीदी गई सामग्री की रसीद अवश्य लें।
- अनिल इंगले, जिला कृषि अधीक्षक