दलहन के लिए नहीं मिल रहा उचित मूल्य, विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
दलहन के लिए नहीं मिल रहा उचित मूल्य, विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। तुअर (अरहर), चना, सोयाबीन और उड़द की दर बाजार में कम होने के मुद्दे पर गुरुवार को विधान परिषद में विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित की गई। सदन में राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य सुनील तटकरे ने कार्य स्थगन प्रस्ताव के जरिए कहा कि बाजार में तुअर समेत अन्य कृषि उत्पादों की कीमतों में भारी गिरावट आ गई है, लेकिन सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीद नहीं कर रही है। तटकरे ने कहा कि भाव गिरने के कारण 5 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होने की बात राज्य सरकार द्वारा नियुक्त वसंतराव नाईक कृषि स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी ने कही है। तिवारी ने इसके लिए नाफेड को जिम्मेदार ठहराया है। तटकरे ने कहा कि सरकार को इसके बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए।
तटकरे ने इस दौरान यह भी कहा कि किसानों के कृषि पपों का बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है। सदन में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि गोदामों में अनाज रखने के लिए जगह नहीं है। अभी लगभग 72 प्रतिशत तुअर की खरीदारी बाकी है। इसके जवाब में प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि कार्यस्थगन प्रस्ताव सरकार के लिए अन्याय कारक है। यदि सदन में कार्य स्थगन के जरिए विपक्ष को बोलने को मौका दिया जाता है तो इसके बाद सरकार को भी बोलने का मौका दिया जाना चाहिए।
तो आसमान छुने लगेंगी दालों की कीमतें
अखिल भारतीय किसान महासंघ (आईफा) के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. राजाराम त्रिपाठी का कहना है कि महाराष्ट्र के दलहन किसान बेहद परेशान हैं। यहां के किसान अपनी उपज का उचित मूल्य न मिलने की शिकायत लगातार कर रहे हैं। त्रिपाठी का कहना है कि यदि यही हालत रही तो किसान दलहन की खेती बंद कर देंगे। ऐसी स्थिति में फिर से दालों की कीमतें आसमान छुने लगेंगी।
आंगनवाड़ी सेविकाओं पर मेस्मा
शिवसेना और विपक्ष के भारी हंगामे के बाद प्रदेश सरकार की तरफ से आंदोलन में शामिल होने वाली आंगनवाड़ी सेविकाओं पर मेस्मा लगाने के फैसले पर रोक लगाए जाने के ऐलान पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य सुनील तटकरे ने कहा कि विपक्ष ने दो दिन तक यह मुद्दा उठाया, लेकिन प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे अड़ी रहीं। शिवसेना के हंगामे के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फैसले पर रोक लगा दी है। तटकरे ने कहा कि मंत्री पंकजा की असहमति के बावजूद मुख्यमंत्री ने घोषणा की है।
उत्तर महाराष्ट्र विवि का नामकरण बहिणीबाई चौधरी के नाम पर
जलगांव स्थित उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्लाय का नाम कवित्री बहिणाबाई चौधरी का नाम दिया जाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में यह घोषणा की। स्कूली शिक्षा व खेल विभाग की पुरक मांगों पर चर्चा के दौरान यह मांग की गई थी।