विदर्भ के अंतरराष्ट्रीय कोच के साथ महाराष्ट्र राज्य रेसलिंग एसोसिएशन ने किया अन्याय
अमरावती विदर्भ के अंतरराष्ट्रीय कोच के साथ महाराष्ट्र राज्य रेसलिंग एसोसिएशन ने किया अन्याय
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती निवासी तथा विदर्भ से कुश्ती में देशभर में नाम रोशन करने वाले अंतरराष्ट्रीय कोच रणवीरसिंह राहल की हाल ही में गुजरात में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में प्रशिक्षणार्थी के तौर पर नियुक्ति की गई थी, लेकिन मंुबई एसोसिएशन के सचिव ने कोच राहल का नाम हटाते हुए अपने बेटे को नियुक्त करने से अमरावती व विदर्भ के कोच के साथ अन्याय किया गया है। बता दें कि, डॉ. रणवीरसिंह राहल यह अमरावती समेत विदर्भ से अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच हैं। 2009 में प्रथम क्रमांक प्राप्त कर एनएसएनआईएस पटियाला से डिप्लोमा हासिल किया था। इसके बाद यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
2018 में भारतीय कुश्ती टीम में कुश्ती कोच के रूप में उन्होंने विविध देशों में भारत की टीम को बेहतरीन प्रशिक्षण देकर भारत का परचम लहराया। इसके अलावा 7 बार भारतीय कुश्ती शिविर में सहभाग लेने वाले विदर्भ से पहले कोच बने थे। बता दें कि, हाल ही में 36वीं राष्ट्रीय कुश्ती खेल स्पर्धा गुजरात में हाेने जा रही है। हाल ही में भारतीय संघ द्वारा नियुक्त अध्यक्ष ने उनकी सबजूनियर महाराष्ट्र की टीम के कोच के तौर पर नियुक्ति की थी, लेकिन दो दिन पहले ही उन्हें बताया गया कि, महाराष्ट्र राज्य कुश्ती परिषद के पूर्व सचिव बालासाहब लांडगे ने कोच से उनका नाम हटाते हुए उनके बेटे ललित लांडगे का चयन किया है। जिसके तहत विदर्भ के प्रशिक्षणार्थियों के साथ अन्याय किया गया है, यह आरोप अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच रणवीरसिंह राहल ने लगाया है।