3 दिन तक ट्रेन के शौचालय में पड़ा रहा शव, सुरक्षाकर्मी रहे अंजान
3 दिन तक ट्रेन के शौचालय में पड़ा रहा शव, सुरक्षाकर्मी रहे अंजान
डिजिटल डेस्क, पटना। एक तरफ जहां सरकार रेलवे में सुधार के लिए भरसक प्रयास कर रही है वहीं रह रहकर कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों की कारगुजारी की कलई खोलने के लिए काफी हैं। ताजा मामला पटना का है जहां रेलवे सुरक्षा बलों की घोर लापरवाही सामने आई है, यहां पटना-कोटा एक्सप्रेस की स्लीपर बोगी के शौचालय में एक व्यक्ति की लाश तीन दिन तक पड़ी रही और सुरक्षा बलों को इसकी भनक तक नहीं लगी। खबरें तो ये हैं कि ट्रेन के यात्रियों ने सफर के दौरान एस्कॉर्ट पार्टी को शौचालय में अनहोनी की खबर दी थी लेकिन फिर भी घटना पर ध्यान नहीं दिया गया। अब तीन दिन बाद सफाईकर्मियों की शिकायत पर यार्ड में खड़ी ट्रेन के शौचालय के दरवाजे को तोड़कर व्यक्ति के शव को बाहर निकाला गया है.
कानपुर का रहने वाला था मृतक
मृतक की शिनाख्त कानपुर जिले के आनंदपुरी मोहल्ले के रहने वाले संजय अग्रवाल के तौर पर हुई है। संजय एक व्यवसायी थे और कानपुर से आगरा जाने के लिए पटना-कोटा एक्सप्रेस में सवार हुए थे। आगरा नहीं पहुंचने पर उनके साले जयदीप ने कानपुर सेंट्रल रेल पुलिस को गुमशुदगी की तहरीर दी थी। जीआरपी की सूचना पर संजय अग्रवाल के रिश्तेदार राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचे। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उन्हें सौंप दिया। लाश बुरी तरह सड़ चुकी थी। व्यवसायी की मौत हार्ट अटैक से होने की बात सामने आ रही है।
रेलवे की लापरवाही उजागर
संजय 24 मई की सुबह 6ः40 बजे ट्रेन में बैठे थे और उनका शव करीब 72 घंटे बाद रविवार को सुबह सात बजे बरामद किया गया। शव तीन दिनों तक टॉयलेट में पड़ा रहा। ट्रेन कोटा गई और वहां से वापस पटना आ गई लेकिन तो सफाईकर्मियों ने शौचालय को साफ करने की जहमत उठाई और न ही सुरक्षाबलों के जवानों ने लंबे समय से बंद दरवाजे को खुलवाने का प्रयास किया। जिससे साफ है कि मामले में घोर लापरवाही बरती गई है।