आवक इतनी बम्पर कि व्यवस्था बनाने मंडी प्रशासन ने मांगा पुलिस बल

आवक इतनी बम्पर कि व्यवस्था बनाने मंडी प्रशासन ने मांगा पुलिस बल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-03 08:40 GMT
आवक इतनी बम्पर कि व्यवस्था बनाने मंडी प्रशासन ने मांगा पुलिस बल

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शनिवार और रविवार की छुट्टी होने के बाद सोमवार को एक बार फिर कृषि उपज मंडी में मक्के की बिक्री शुरू हुई। मक्के का अच्छा उत्पादन और मंडी में भाव अच्छे मिलने के कारण एक दिन पहले ही रविवार के दिन वाहनों में मक्का लादकर कृषि उपज मंडी पहुंच गए। हालात ऐसे हो गए कि कृषि उपज मंडी के मुख्य गेट के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की लंबी लाइन लग गई और यातायात अवरुद्ध हो गया। सूचना मिलने पर अवकाश का दिन होने के बावजूद किसानों की लंबी लाइन को देखते हुए कृषि उपज मंडी के कर्मचारी अधिकारी मंडी पहुंचे और वाहनों को समय के पहले ही एन्ट्री देना शुरु कर दिया। इसके बावजूद मुख्य द्वार के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। ऐसे हालात को देखते हुए अब मंडी प्रशासन ने हालात को संभालने के लिए पुलिस बल की डिमांड कर दी है। मंडी सचिव की माने तो मुख्य गेट के बाहर वाहनों की लंबी लाइन और अक्सर मुख्य गेट पर होने वाले विवादों से बचने के लिए पुलिस बल की मांग की है।

60 हजार क्विंटल से अधिक आवक का अनुमान
कृषि उपज मंडी के मुख्य गेट के दोनों ओर मक्के से लदे हुए वाहनों की कई किलोमीटर लंबी लाइन को देखते हुए मंडी कर्मचारी अधिकारियों का मानना है कि सोमवार को 60 हजार क्विंटल से ज्यादा की आवक हो सकती है। इसके लिए कोशिश की जाएगी कि आने वाली पूरी आवक की नीलामी समय में करा ली जाए लेकिन आवक ज्यादा होने पर कुछ हिस्से की नीलामी में दिक्कत हो सकती है। दोपहर तक मंडी परिसर में 189 गाडिय़ों की एन्ट्री दी जा चुकी है जो बढ़कर 900 गाडिय़ां हो सकती है।

टीन शेड से नहीं उठता बिका हुआ माल
लगातार आवक अधिक होने के कारण मंडी परिसर में मक्का रखने की जगह नहीं बची है । दरअसल पूर्व में जिन व्यापारियों ने खरीदी की है, उन्होंने अपना अनाज नहीं उठाया है और टीन शेड में बोरे रखे होने के कारण हर दिन आने वाली आवक को रखने की जगह नहीं बन पाती है। अधिकारियों की माने तो वैसे तो मंडी में 60 हजार क्विंटल अनाज रखने की क्षमता है, लेकिन पुराना अनाज नहीं उठाने के कारण कम जगह बन जाती है।

आवक बढ़ने का यह कारण आया सामने
- 19 जनवरी तक मंडी में मक्का की खरीदी हो रही है। इसके पहले तक सोसायटियों के माध्यम से खरीदी होने पर मंडी में कम भीड़ रहती थी। पिछले दो सालों से सिर्फ मंडी में ही खरीदी हो रही है।
- मक्के में नमी होने के कारण इसका भार अधिक मिल रहा है जिसके चलते किसान इस समय मक्का बेचने में जल्दबाजी कर रहे है।
- पिछले एक सप्ताह में मक्के के दाम 1600 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास पहुंच गए है जिसके कारण किसान हर हाल में इसे बेचना चाह रहा है।

इनका कहना है-
- आवक ज्यादा हो गई है, रविवार को प्रवेश गेट के दोनों ओर कई किलोमीटर वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। सोमवार को आवक और बढी आगे और बढऩे की उम्मीद ह ै। विवाद की आशंका के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर पुलिस बल की डिमांड की जा रही है।
- के.एल. कुलमी, सचिव कृषि उपज मंडी।

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