फिल्म सिंघम देखकर बन गया नकली सूबेदार! मंडला पुलिस ने किया गिरफ्तार

फिल्म सिंघम देखकर बन गया नकली सूबेदार! मंडला पुलिस ने किया गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-08 13:32 GMT
फिल्म सिंघम देखकर बन गया नकली सूबेदार! मंडला पुलिस ने किया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क मंडला। फिल्में समाज का आईंना होती हैं। फि ल्मों के किरदारों से हम इतना प्रभावित होते हैं कि उनके जैसा दिखना और बनना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ मंडला जिले के एक युवक के साथ। युवक को पुलिस में जाने का शौक था। युवक को फि ल्म सिंघम ने इतना प्रभावित किया कि वह किसी भी तरह पुलिस अफ सर बनने का सपना सजोने  लगा। इसके लिए उसने इम्तहान भी दिए, लेकिन सफल नहीं हो सका। अपने सपनों को पूरा करने के लिए वह नकली सूबेदार बन गया और पूरे गांव व शहर में दबंगईं साथ वर्दी पहनकर रौब दिखाने लगा। इसी बीच असली पुलिस की नजर उस पर पड़ी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

बालाघाट में पोस्टिंग की देता था परिजनों व दोस्तों को जानकारी
सिंघम फिल्म में पुलिस का दमखम और वर्दी से एक युवक इतना प्रभावित हुआ है कि उसने वर्दी सिला ली और खुद पुलिस अफसर सूबेदार बन गया। दो बार उपनिरीक्षक की परीक्षा में असफल युवक अपने परिजनो और जान पहचान वालो को बालाघाट में पोस्टिंग होना बताता था। एसडीओपी व पुलिस टीम ने युवक को बसस्टेंड मंडला से गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक के विरूद्व विभिन्न धारा 170,171, 467, 468 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।

मंडला से निकलते ही पहन लेता था वर्दी
एसपी राकेश कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया है कि मंडला कोतवाली पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक युवक मंडला जिले से बाहर जाता है, तो वह पुलिस अफसर की वर्दी पहनता है। शिकायत पर इसकी जांच की  गई तो मामला सही पाया गया।  एसपी ने बताया कि अनिरुद्ध पटेल उर्फ  अन्नी पटेल पिता नवीन पटेल 23 निवासी शारदा कालोनी सरदार पटेल वार्ड एमपी पुलिस का बालाघाट सूबेदार बताता है। एसडीओपी मंडला एव्ही सिंह द्वारा टीम बनाकर अनिरूद्ध पटेल को घोराबंदी कर पकड़ा।

पूरी ड्रेस थी मिली आरोपी के पास
आरोपी अनिरुद्ध पटेल से एक जोड़ी खाकी वर्दी, दो स्टार कंघे में लगी हुई फित्ती सहित, एक जोड़ीब्राउन शूज, एक जोड़ी खाकी मोजे, अनिरुद्ध पटेल के नाम की नेम प्लेट, मध्यप्रदेश पुलिस का लेदर ब्राउन बेल्ट एवं मध्यप्रदेश पुलिस मोनो की बैरेट कैप नीलेरंग की एवं एक मोटोरोला कंपनी का काला मोबाईल जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

ये रहे शामिल
कार्रवाई में टीआई कोतवाली सियाराम गुर्जर, एसआई अवधेश तोमर, एएसआई नरेन्द्र उइके, प्र.आर. सादिक नजीर, आरक्षक रमेश सिंगरौरे,नाथूराम धुर्वे, अमरसिंह मरकाम, राज बघेल, रज्जन तेकाम,जफर खान, सैनिक दीपचंद शमिल रहे।

पुलिस बनने का था शौक
आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि स्कूल की पढ़ाई मंडला नगर में की। इसके साथ ही वह स्नातक है और स्नाकोत्तर की पढ़ाई  जबलपुर से कर रहा है। एसपी ने जानकारी दी कि पुलिस में जाने का बहुत शौक था। सिंघम फिल्म देखने के बाद उसकी लालसा और बढ़ गई।  लगातार 2016-17 में पुलिस उपनिरीक्षक का फार्म भरा था, जिसमें वह असफल रहा। वहीं उसक ा एक साथी एसआई की तैयारी कर रहा था, जिसका सिलेक्शन हो गया। जिससे वह डिप्रेस में पहुंच गया।

जबलपुर से सिलाई वर्दी मंडला
2017 के उपनिरीक्षक की परीक्षा में 146/200 अंक आने उसे भरोसा था कि वह सिलेक्ट हो जाएगा। जबलपुर सदर बाजार के समर्पण टेलर से पुलिस की वर्दी का कपड़ा खरीदकर वर्दी सिलवाई और सूबेदार पद के स्टार व लेन यार्ड,बैरेटकैप,उसका मोनो दुकान से खरीदा। नैम प्लेट मण्डला में सोनू रेडियम की दुकान उदय चौक के आगे सब्जी मण्डी वाले तिराहे से बनाई। वर्दी को पहनने का तरीका फोटो मे देख कर सीखा। दोस्त मनोज मिश्रा के लेपटॉप से फर्जी आईकार्ड खुद बना लिया।

महानगर में रूतबे से घूमता था
आरोपी युवक ने अपने जबलपुर में पदस्थ सूबेदार दोस्त को विजय धूर्वे को बताया था उसका भी सिलेक्शन हो गया है। फर्जी आईकार्ड व वर्दी पहनकर जबलपुर में घूमता था। उस पर अभी तक कोई गंभीर अपराध का मामला नहीं है। आरोपी यहां घर वालो और दोस्तो को झूठ बोलता था कि वह बालाघाट में सूबेदार है।

 

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