मतदान का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण, पुल न बनने से हैं आक्रोशित

मतदान का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण, पुल न बनने से हैं आक्रोशित

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-28 15:04 GMT
मतदान का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण, पुल न बनने से हैं आक्रोशित

डिजिटल डेस्क,मंडला/ मवई।  जिले के मवई देवरी दादर के ग्रामीण बुढनेर नदी पर पुल नहीं बनने से आक्रोशित हैं। ग्रामीणों ने नदी में खड़े होकर प्रदर्शन करते हुए साफ कह दिया है कि पुल नहीं तो वोट नहीं। ग्रामीणों ने कड़े शब्दों में कहा है कि पुल न बनने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में लगातार शिकायतें भी करते आ रहे हैं, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिल रहा है, लेकिन पुल नहीं बा है। अब वह मतदान का बहिष्कार करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए संंबंधित गांवों में बैठक भी चल रही हैं।
एक जुट हो रहे ग्रामीण-
मवई जनपद के देवरीदादर और भरकी के बीच बुढऩेर नदी पर पुल बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य के लिए कोई प्रयास न तो राजनीतिक स्तर पर किए गए हैं और न ही प्रशासनिक स्तर पर, जिससे यहां ग्रामीणों में रोष है। यहां पुल बनने से मवई मुख्यालय से देवरीदादर को जुडऩे में 40 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। पुल निर्माण नहीं होने के विरोध में देवरीदादर और भरकी के ग्रामीण लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे है। इसके लिए ग्रामीण एकजुट हो रहे है।
आजादी के बाद से हो रही पुल निर्माण की मांग-
जानकारी के मुताबिक मवई मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर ग्राम देवरीदादर और भरकी के बीच बुढऩेर नदी में पुल नहीं है। यहां पुल निर्माण होने के बाद 15 हजार की आबादी को राहत मिलेगी। पुल निर्माण की मांग आजादी के बाद से की जा रही है। नदी के दोनों तरफ सड़क है लेकिन पुल निर्माण नहीं किया जा रहा है। जिला कलेक्टर और एसडीएम को आवेदन दिये गये है, लेकिन पुल निर्माण के लिए प्रस्ताव तक नहीं बना है।
हो रही उपेक्षा-
सुध्दू सिंह कुशराम, बिहार सिंह तेकाम, पूर्व सरपंच भोजराज धुर्वे, उप सरपंच अमरसिंह धुर्वे के आरोप है कि सबसे पिछड़े इलाके मवई की उपेक्षा की जा रही है। इस क्षेत्र में विकास कार्य नहीं किये जा रहे है। उनका कहना है कि पुल निर्माण किये जाने से क्षेत्र के युवाओ को रोजगार अवसर बढ़ेगे। मवई सीधे समनापुर, डिंडोरी से जुड़ जाएगे। यहां से परिवहन के साधन बढ़ जाएगे।
बारिश के दिनों में होती है परेशानी-
बताया जाता है कि मवई विकास खंड के सकवाह, कुम्हली, भानपुर, देवरीदादर कोलूमगहन, दाढ़ी, मोहगांव  पंचायत के एक दर्जन से अधिक गांव बुढऩेर नदी के दूसरे तरफ बसे है। इन्हे मवई मुख्यालय आने के लिए नदी पार कर आना पड़ता है। गर्मी में तो जलस्तर कम होने पर नदी पार कर लेते है लेकिन बारिश और ठंड में देवरी दादर के ग्रामीणों को 65 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।
तो रास्ता हो जाएगा आसान-
सीधे मवई महज 20  किलोमीटर दूर है। पुल बनने से 40 किलोमीटर का रास्ता कम हो जाएगा। बुढऩेर नदी के रास्ते डिंडौरी की दूरी 80 किलोमीटर है। लेकिन घुटास से जाने में 130 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ रहा है। पुल निर्माण के बाद यहां के ग्रामीणों को लंबी दूरी तय नहीं करना पड़ेगी।
चुनाव बहिष्कार की तैयारी-
जगदीश सरौते, झुमुक लाल, भुजेन्द्र सोनवानी, मुन्नालाल विश्वकर्मा ने बताया है कि ग्रामीण पुल निर्माण के लिए लोक सभा चुनाव में बहिष्कार के लिए एकजुट हो रहे है। इसके लिए बैठक की जा रही है। जिला प्रशासन को पुल निर्माण के विरोध की जानकारी देने के लिए ग्रामीण जिला मुख्यालय जाएगे।
इनका कहना है-
लंबे समय से मांग की जा रही है बुढऩेर नदी में पुल न होने से ग्रामीणों में रोष है, अनेको बार जनप्रतिधियों, जिला प्रशासन को अवगत कराया गया,  किन्तु कोई समाधान नही निकला, ग्रामीण चुनाव बहिष्कार करने की तैयारी में है।
अशोक बघेल,जनपद सदस्य मवई
वर्षो से की जा रही पुल की मांग पूरी न होने की दशा में लोक सभा चुनाव बहिष्कार करने की योजना बनाई गई है। प्रशासन को इसका ज्ञापन दिया जाएगा।
सुद्धू सिंह कुशराम, ग्रामीण देवरीदादर

 

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