गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी कोच में निकली चूहों की फौज, यात्रियों का सामान कुतरा

गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी कोच में निकली चूहों की फौज, यात्रियों का सामान कुतरा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-13 19:25 GMT
गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी कोच में निकली चूहों की फौज, यात्रियों का सामान कुतरा

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। अरे.. वो देखो चूहा.. एक यात्री एसी कोच में मोटे से चूहे को देख कर डर के मारे चिल्लाया, इससे पहले कि दूसरे यात्री उस चूहे को देखते.. कोच की सीटों के नीचे बने बड़े-बड़े छेदों से चूहों की पूरी फौज निकल आई और बर्थ के नीचे रखे बैग और सामान पर टूटे पड़ी..देखते ही देखते चूहों की फौज ने यात्रियों के बैग कुतर दिए और बैग के अंदर घुस कर सारे कपड़े और सामान काट डाला, कुछ चूहों ने खाने के पैकेट पर हमला बोल दिया और उसे चट कर गए। इस दौरान कुछ यात्रियों ने हिम्मत करके चूहो को भगाने की कोशिश की लेकिन हिंसक हो चुके चूहों की फाैज को देखकर उनके भी तेवर ढीले पड़ गए।

करीब 2 घंटे तक चूहों ने एसी कोच में आतंक मचाया, जिससे यात्री आतंकित हो गए। मामला जबलपुर से दिल्ली जाने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी कोच का है, जिसमें चूहों के आतंक के कारण रात भर यात्री दशहत में सो नहीं सके। यात्रियों ने कोच अटेंडेंट से इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

चूहों का हमला आए दिन की बात है
गोंडवाना एक्सप्रेस से आए दिन दिल्ली की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों का कहना है कि इस ट्रेन में चूहों का हमला आए दिन की बात है। कोच की बर्थ के नीचे ठीक तरह से सफाई न होने के कारण चूहों ने यहां घर बना लिए हैं। दिन के समय चूहे सीटों के नीचे बने छेदों में घुसे रहते हैं लेकिन रात 10 बजे के बाद जब यात्रियों की आवाजाही कम होने लगती है और यात्री सोने लगते हैं तो सन्नाटा पाते ही चूहे बिलों से बाहर निकल आते हैं और खाने के सामान के साथ बैग कुतर देेते हैं। कई बार तो ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि रात के समय चूहों ने सोते हुए यात्रियों के पांव का मांस कुतर दिया।

कोच में चूहे मतलब ठीक से सफाई नहीं हो रही
गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि रेल प्रशासन इस बात का दावा करता है कि ट्रेन की वॉशिंग पिट में सफाई होती है और कीड़-मकौड़े-चूहे आदि के छेद कोच में न हाे इसका भी ख्याल रखा जाता है, लेकिन गोंडवाना एक्सप्रेस के एसी-टू कोच में बर्थ के नीचे बने बड़े-बड़े छेदों को देखकर साफ पता चलता है कि कोचों की ठीक से साफ-सफाई नहीं हो रही है, जिसकी वजह से चूहों ने एसी कोच को अपना स्थाई ठिकाना बना लिया है।

पेस्ट कंट्रोल करवाते हैं, लेकिन स्टेशन के चूहे मुसीबत हैं
इस बारे में रेलवे के सीनियर डीएमई एनके मिश्रा का कहना है कि चूहों से निपटने के लिए नियमित रूप से पेस्ट कंट्रोल करवाया जा रहा है, जिससे कोच के भीतर रहने वाले चूहों से निजात मिली है लेकिन जब गाड़ियां स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर आकर खड़ी रहती हैं, उस समय स्टेशन पर रहने वाले मोटे चूहे चुपके से कोच में चढ़ जाते हैं और फिर वहां घर बना लेते हैं। इन चूहों से निजात पाने की कोशिश की जा रही है। इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि यदि इन्हें मारा जाए तो बीमारी फैलने की आशंका बढ़ जाती है इसलिए एहतियातन काम किया जा रहा है। यदि किसी यात्री की शिकायत मिलती है तो समस्या का निराकरण किया जाएगा।

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