पहले चुकाओ 14 करोड़ का कर्ज, फिर शुरु होगा खाद- लेनदेन

पहले चुकाओ 14 करोड़ का कर्ज, फिर शुरु होगा खाद- लेनदेन

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-05 07:57 GMT
पहले चुकाओ 14 करोड़ का कर्ज, फिर शुरु होगा खाद- लेनदेन

डिजिटल डेस्क, कटनी। सहकारी बैंक के खाद का 14 करोड़ रुपए बकाया होने से विपणन संघ ने तीन दिनों से खादों की सप्लाई में पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया है। जिससे समितियों में खाद लेने पहुंचने वाले किसान मायूस होकर लौट रहे हैं, या फिर बाजार से मंहगे दामों में खाद खरीदने को मजबूर हैं।

लेन - देन का पेंच
दरअसल पूरा मामला सहकारी बैंक और विपणन संघ के बीच करोड़ों रुपए के लेन-देन का है। विपणन संघ जहां पुराने कर्ज चुकाने पर ही खाद सप्लाई करने की जिद पर अडिग है, वहीं दूसरी तरफ सहकारी बैंक का कहना है कि धान और गेंहू खरीदी में उन्हें ही करीब नागरिक आपूर्ति निगम और विपणन संघ से करीब 9 करोड़ रुपए कमीशन के रुप में लेना है। वे कमीशन का भुगतान कर दें, बैंक बकाया राशि का भुगतान भी कर देगा।

किसानों की परेशानी
चालू रबी सीजन में करीब 1 लाख 18 हजार हेक्टयर में बोवाई का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में फर्टिलाइजर की परेशानी अभी से किसानों के साथ शुरु हो गई है। 54 समितियों के माध्यम से लाखों किसान जुड़े हुए हैं। कई जगहों पर धान और अन्य फसल की कटाई शुरु हो गई है। ऐसे में वे किसान जो बोवाई के समय खाद का इंतजाम पहले से कर लेते हैं। वे समितियों के चक्कर लगा रहे हैं।

9 करोड़ का कमीशन लंबित
इधर सहकारी बैंक का कहना है कि नागरिक आपूर्ति निगम और विपणन संघ ने ही उनका कमीशन दबाकर रखा है। जिसके चलते इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है। नागरिक आपूर्ति निगम से जहां विभाग को करीब 4 करोड़ रुपए कमीशन के रुप में लेना है। वहीं इतनी ही राशि विपणन से लेनी है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि ये दोनों विभाग राशि का भुगतान कर दें, तो यह परेशानी ही समाप्त हो सकती है।

शुरुआती दौर में दिया था खाद
अक्टूबर माह के शुरुआती सप्ताह में विपणन संघ के माध्यम से समितियों में करीब 4 करोड़ रुपए की खाद सप्लाई की गई थी। किसानों को जैसे ही जानकारी मिली, वे समितियों में खाद लेने पहुंचने लगे। लेकिन यह राहत अधिक समय तक बरकरार नहीं रही। पंद्रह दिनों के अंदर ही समितियों को जो खाद दी गई थी। उसका उठाव हो चुका था। दोबारा जब समिति खाद लेने के लिए गोदाम पहुंचे, तब उन्हें वहां से बैरंग ही लौटना पड़ा।

पहले चुकांए कर्ज
रबी के लिए गोदाम में खाद का पर्याप्त स्टॉक है। सहकारी बैंक पुराने खाद का करीब 14 करोड़ रुपए का बकाया ही नहीं दे रही है। ऐसे में विभाग के लिए खाद देना संभव नहीं है। विभाग को भी रुपए देकर संबंधित कंपनियों से खाद खरीदना पड़ रहा है। - वी.डी.तिवारी, डीएमओ विपणन संघ कटनी

कमीशन का हो भुगतान
विपणन संघ और सहकारी बैंक के बीच लेन-देन की यह शासकीय प्रक्रिया है। कमीशन के रुप में नान और विपणन संघ से ही बैंक को करीब 9 करोड़ रुपए लेना है। समितियों को खाद नहीं दिए जाने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है। - अरविंद पाठक, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक कटनी

 

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