मायावती का कांग्रेस पर निशाना, कहा... हम 6 हजार नहीं रोजगार देंगे

मायावती का कांग्रेस पर निशाना, कहा... हम 6 हजार नहीं रोजगार देंगे

Anita Peddulwar
Update: 2019-04-05 13:32 GMT
मायावती का कांग्रेस पर निशाना, कहा... हम 6 हजार नहीं रोजगार देंगे

डिजिटल डेस्क,नागपुर। वादों की राजनीति से बचने का आह्वान करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिला तो गरीबों को सरकारी व गैरसरकारी नौकरियां दिलाएंगे। भाजपा व कांग्रेस के आश्वासनों पर कहा कि दोनों ही दल झूठे वादे करते हैं। दोनों के घोषणापत्र हवा हवाई हैं। बसपा काम करके दिखाने पर विश्वास रखती है। इसलिए बसपा की ओर से न तो घोषणा की जाती है, न ही घोषणापत्र जारी किया जाता है।

कांग्रेस-भाजपा का घोषणापत्र हवा-हवाई

शुक्रवार को कस्तूरचंद पार्क मैदान में बसपा उम्मीदवार की चुनाव प्रचार सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने भाजपा व कांग्रेस की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले चुनाव में घोषणापत्र में जो वादे किए थे, वे कांग्रेस सरकार की ओर से किए जाते रहते वादों के जैसे ही थे। अब कांग्रेस सत्ता से बाहर रहकर फिर से पहले जैसे वादे कर रही है। गरीबों को लुभाने के लिए 6 हजार रुपए प्रतिमाह देने का वादा कांग्रेस ने किया है। केंद्र व राज्य में सरकार बदलते रहती है। ऐसे में कांग्रेस का यह वादा गरीबों को राहत का स्थायी समाधान नहीं दे सकता है। सबका विकास तब ही हो पाएगा, जब सबके हाथ में रोजगार होगा। बसपा ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर तीसरी ताकत खड़ी करने का प्रयास किया है। उत्तरप्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। वहीं से प्रधानमंत्री तय होते रहे हैं। इस बार भी उत्तरप्रदेश ही प्रधानमंत्री तय करेगा। स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस की सत्ता रही।

गलत नीतियों के कारण उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा। अब भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी। चौकीदार के नाम पर नई नौटंकीबाजी भी भाजपा की सत्ता नहीं बचा पाएगी। पिछले चुनाव में मोदी ने गरीबों के साथ ही दलित,आदिवासी व अल्पसंख्यकों को लुभाया था। जो वादे किए गए उनका एक चौथाई भाग भी पूरा नहीं किया गया। इस बार भी अधूरे काम का उद्घाटन कर जनता को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलवामा मामले के समय भी प्रधानमंत्री चुनाव सभा में व्यस्त नजर आए। सरकारी नौकरी में आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। पदोन्नति में आरक्षण को रोकने के लिए भी कांग्रेस भाजपा में मिलीभगत दिख रही है। भाजपा की जातिवादी सोच के कारण मंडल आयोग की सिफारिश लागू नहीं हो पायी। वीपी सिंह सरकार को इसी मामले में भाजपा ने गिरा दिया था। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि देश में मुस्लिमों की स्थिति ठीक नहीं है। 
 
ये थे उपस्थित
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू हासिम आजमी, राज्यसभा सदस्य सतीश मिश्र, बसपा के प्रदेश प्रभारी संदीप ताजणे, मायावती के भतीजे आकाश आनंद सहित प्रदेश व शहर बसपा के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। मायावती की महाराष्ट्र में यह पहली प्रचार सभा थी। राज्य में लोकसभा की 48 सीटें हैं। बसपा सपा गठबंधन के तहत 4 सीटों पर सपा लड़ रही है। 44 पर बसपा ने उम्मीदवार उतारे हैं। 
 
संविधान पर संकट-आजमी
सपा नेता अबू हासिम आजमी ने कहा कि भाजपा नफरत की राजनीति करती है। नागरिकों के राष्ट्रप्रेम पर संदेह करती है। संविधान संकट में है। संविधान की धज्जियां उड़ाना चाहते हैं। स्वयं को चौकीदार करते हैं। पर देश को संकट में डाले जा रहे हैं। नोटबंदी के बाद कहा जा रहा था कि उससे आतंकवाद खत्म होगा, पर उसके बाद तो आतंकवादी घटनाएं कम नहीं हुई है। 
 
विदर्भ के किसानों का भला नहीं होगा
मायावती ने कहा कि विदर्भ में किसान आत्महत्या के मामले कम नहीं हो पा रहे है। कांग्रेस हो या भाजपा दोनों के नेतृत्व की सरकार के समय विदर्भ के किसानों का भला नहीं हो पाएगा। 

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