मेडिकल संचालक ने निर्माणाधीन मकान में छिपा रखा था नशीली दवाइयों का जखीरा

मेडिकल संचालक ने निर्माणाधीन मकान में छिपा रखा था नशीली दवाइयों का जखीरा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-19 07:59 GMT
मेडिकल संचालक ने निर्माणाधीन मकान में छिपा रखा था नशीली दवाइयों का जखीरा

डिजिटल डेस्क, सतना। जीवन रक्षक दवाओं को बेचने का लाइसेंस रखने वाला नशीली दवाओं का कारोबारी निकला। सभापुर पुलिस ने कई दिनों की सुरागरसी के बाद बिरसिंहपुर में छापा मारकर मेडिकल स्टोर संचालक को 1 लाख के कफ-शिरप और टैबलेट की खेप के साथ दबोच लिया। आरोपी एक निर्माणाधीन मकान में नशीली दवाएं छिपाकर रखा हुआ था।

सेना से रिटायर्ड है संचालक
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि नगर में मेडिकल नशे के काले कारोबार की कई शिकायतें मिलने पर थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए थे जिन्होंने सहयोगी अमले व मुखबिरों के जरिए पतासाजी कराई तो पता चला कि सेना का रिटायर्ड जवान और कटरा मोहल्ले में देवांश मेडिकल स्टोर चलाने वाला निरंजन पांडेय पुत्र नरेंद्र पांडेय 34 वर्ष निवासी वार्ड 13 बिरसिंहपुर इस गोरखधंधे में लिप्त है। उसने चाचा वीरेन्द्र कुमार के निर्माणाधीन मकान के पास नशीली दवाओं का स्टाक कर रखा है।

तलाशी ली तो उड़ गए होश
इस सूचना पर गुरूवार सुबह करीब 4 बजे पुलिस टीम ने दबिश देकर कमरे की तलाशी ली तो वहां   5 सौ सीसी ऑनरेक्स कफ-शिरप और 10 हजार 999 टेबलेट व कैप्सूल का स्टॉक मिला तो मौके से आरोपी को भी पकड़ लिया गया।  उसने पूछताछ में युवाओं और छात्रों को डाक्टर के पर्चे के बिना ही शिरप और टैबलेट बेचने का जुर्म स्वीकार कर लिया, तब आरोपी के विरूद्ध एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मुकदमा पंजीबद्ध किया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।

ये रहे शामिल
 इस कार्रवाई में परिवीक्षाधीन डीएसपी और थाना प्रभारी हिमाली सोनी, सब इंस्पेक्टर आरबी त्रिपाठी, आरक्षक संजय यादव (332), भागीरथ मीणा , संजय यादव (998), पंकज यादव और चालक आरक्षक नितेश गौतम शामिल रहे।

सतना से करता था खरीददारी
फार्मेसी की पढ़ाई कर चुके आरोपी ने पूछताछ में सतना और कानपुर से माल मंगलवाने का खुलासा करते हुए बताया कि वह सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में पुराना पावर हाउस के पास विनोद नामक व्यक्ति से कफ-शिरप और टैबलेट खरीदता था। थोक विक्रेता का भी मेडिकल स्टोर है। आरोपी के बयान की तस्दीक करते हुए पुलिस ने सप्लायर पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। उधर ड्रग इंस्पेक्टर को पत्र लिखकर निरंजन के मेडिकल स्टोर की जांच का आग्रह किया है।

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