एमएमएलपी मिहान में शुभारंभ होने पर 50 से 90 फीसदी पर पहुंचा निर्यात
एमएमएलपी मिहान में शुभारंभ होने पर 50 से 90 फीसदी पर पहुंचा निर्यात
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मिहान में कॉनकॉर ने हाल ही में मल्टी मॉडल लाॅजिस्टिक पार्क (एमएमएलपी) का शुभारंभ किया है, इससे व्यापारियों के साथ ही विदर्भ के सभी लोगों को लाभ मिलने वाला है। विशेष बात यह है कि अजनी में आईसीडी होने की वजह से बड़े वाहनों को अंदर आने में नो एंट्री एक बहुत बड़ा अड़ंगा बना हुआ था जो अब सामाप्त हो गया है।
अजनी आईसीडी में नाे एंट्री के कारण 24 घंटे में से वाहनों को सिर्फ 13 घंटे ही प्रवेश मिल पाता था और यदि वाहन को आने-जाने में देरी हुई तो घंटों इंतजार करना पड़ता था। वहीं रात में लेबर की भी समस्या आती थी लेकिन मिहान में 24 घंटे के लिए एमएमएलपी आरंभ होने से व्यापार को गति मिलेगी। यही वजह है कि मिहान में 13 फरवरी को इसके उदघाटन के समय घोषणा की कि निर्यात 50 से बढ़कर 90 फीसदी पर पहुंच गया है।
अजनी के लिए नो एंट्री का समय
शहर में बड़े वाहनों पर प्रवेश के लिए एक समय तय रहता है ऐसे में दोपहर 12 से 4 बजे तक अर्थात 4 घंटे और रात में 9 बजे से सुबह 6 बजे तक अर्थात 9 बड़े वाहनों को प्रवेश मिलता था। चूंकि इंडियन कंटेनर डिपो (आईसीडी) में आने वाले सभी वाहन बड़े होते थे जिस वजह से उन्हें 24 घंटों में से सिर्फ 13 घंटे ही वाहनों को प्रवेश मिल पाता था जिसका असर व्यापार पर पड़ रहा था।
यह है स्थिति
मिहान में कॉनकॉर का नवनिर्मित मल्टी मॉडल लाॅजिस्टिक पार्क (एमएमएलपी) भविष्य में आयात-निर्यात के लिए वरादान साबित होगा। यह एमएमएलपी 120 एकड़ में फैला है जहां से कंटेनर के साथ में वैगन को भी हैंडल किया जा सकता है। यहां पर 5 से 7 लाईन की सुविधा है और 3 लाइनों पर कार्य शुरु है। विशेष बात यह है कि यह बाम्बे पोर्ट से कनेक्टेड है। जब यह पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगा तो 200 से 250 किमी में किसी अन्य इंडियन कंटेनर डिपो (आईसीडी) की जरूरत नहीं होगी। मिहान स्थित एमएमएलपी से पहली बार मै. केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड के 90 लोडेड कंटेनर को बांग्लादेश व मलेशिया के लिए निर्यात किए गए।