कांग्रेस के भारत बंद को मिला मनसे का साथ, शिवसेना ने काटी कन्नी 

कांग्रेस के भारत बंद को मिला मनसे का साथ, शिवसेना ने काटी कन्नी 

Tejinder Singh
Update: 2018-09-09 14:11 GMT
कांग्रेस के भारत बंद को मिला मनसे का साथ, शिवसेना ने काटी कन्नी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के भारत बंद को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने समर्थन दिया है। जबकि सत्ताधारी भाजपा पर मंहगाई को लेकर तीखे हमले करने वाली शिवसेना ने बंद से किनारा कर लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने शिवसेना को बंद में हिस्सा लेने की अपील भी की थी। हालांकि शिवसेना की इकाई युवा सेना की तरफ से दादर स्थित पार्टी के मुख्यालय के सामने पेट्रोल और डीजल की दर वृद्धि को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं। वहीं कांग्रेस की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस सहित विपक्ष के कई दलों ने पहले ही बंद में शामिल होने की घोषणा की है। रविवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद में बंद में शामिल होने की घोषणा की। राज ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से बंद में पूरी ताकत के साथ शामिल होने का कहा है।

मनसे के नेता व पूर्व विधायक बाला नांदगांवकर ने कहा कि पार्टी मुंबई सहित राज्य भर में विपक्ष के बंद में सड़कों पर उतरेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष का भारत बंद व्यक्गित कारणों के लिए नहीं बल्कि लोगों को जो परेशानी हो रही है। उसको केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए बंद बुलाया है। नांदगांवकर ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की दरों के कारण महंगाई आसमान छू रही है। इसलिए मेरी आम लोगों से अपील है कि वह लोग भी बंद में हिस्सा लें। गणेशोत्सव के लिए कोंकण की तरफ निकलने वाले लोगों से शाम 5 बजे के बाद घर से निकलें। आगामी समय में कांग्रेस और मनसे के साथ आने के सवाल पर नांदगांवकर ने कहा कि भविष्य के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता हूं लेकिन देश में जो वातावरण है उसको देखते हुए सभी विपक्षी दल एकमंच पर आने लगे हैं। भाजपा की गलत नीतियों के विरोध में मनसे हमेशा विपक्ष के साथ रहेगी।

शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि विपक्ष ने महंगाई के खिलाफ बंद बुलाया है। लेकिन शिवसेना इससे पहले पेट्रोल और डीजल की दरों के खिलाफ आंदोलन कर चुकी है। आंदोलन के लिए विपक्ष के दल देर से जागे हैं। राऊत ने कहा कि विपक्ष को भी उनकी जिम्मेदारियों का ऐहसास होना चाहिए। अभी तक केंद्र और राज्य में विपक्ष के बोझ को शिवसेना ने ही उठाया है। अब विपक्ष को भी उसके हाथ-पैर पर खड़ा होने दीजिए। विपक्ष के आंदोलन के बाद यदि जरूरत पड़ी तब शिवसेना मैदान में उतरेगी।

विपक्षी दलों के बंद पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा कि साल 2013 में यूपीए के शासनकाल की तुलना में पेट्रोल और डीजल की दरें अभी भी कम हैं। भंडारी ने कहा कि विश्व बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढ़ रही हैं। पेट्रोलियम पदार्थों की उपलब्धता कम हो रही है। पेट्रोल और डीजल की दरों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। दर तय करने का अधिकार तेल कंपनियों को है।

स्थानीय पुलिस से सुरक्षा लें पेट्रोपपंप मालिक-फामपेडा
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सोमवार को आयोजित भारत बंद के दौरान किसी भी तरह की तोड़फोड़ और हिंसा से बचने के लिए पेट्रोल पंप मालिकों को पुलिस सुरक्षा लेने को कहा गया है। फेडरेशन ऑफ ऑल महाराष्ट्र पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (फामपेडा) के अध्यक्ष उदय लोध ने बयान कहा कि हम किसी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं हैं। इसलिए बंद से हमारा कोई लेना देना नहीं है। हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारी अगर हिंसक हुए तो पेट्रोल पंपों और वहां काम करने वाले लोगों को नुकसान हो सकता है इसलिए सलाह दी गई है कि पेट्रोप पंप मालिक स्थानीय पुलिस से सुरक्षा की मांग करें। 
 

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