विदर्भ में मानसून ने किया प्रवेश, मौसम विभाग ने की आगमन की घोषणा

विदर्भ में मानसून ने किया प्रवेश, मौसम विभाग ने की आगमन की घोषणा

Anita Peddulwar
Update: 2018-06-12 08:49 GMT
विदर्भ में मानसून ने किया प्रवेश, मौसम विभाग ने की आगमन की घोषणा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  गत दो दिनों में हुई भारी बरसात के बाद मौसम विभाग ने उप-राजधानी में मानसून की घोषणा कर दी है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून ने विदर्भ, मराठवाड़ा तथा छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में प्रवेश कर लिया है। मंगलवार को सुबह से आसमान साफ है। इससे पहले सोमवार को भी पूरे दिन मेघ शांत रहे। शाम करीब 5 बजे तेज बौछारों ने शहर को तर-ब-तर कर दिया। 

फिर भी उमस ने किया परेशान 
नमी की अधिकता, वर्षा थमने तथा सूर्य के चमकने से पूरे दिन उमस से लोग परेशान रहे। हालांकि बादलों का जत्था पूरे दिन आसमान को घेरे रहा। इससे तापमान भी नीचे बना रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री नीचे था। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 3 डिग्री नीचे 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता सुबह 84 तथा शाम 90 प्रतिशत दर्ज की गई।  मंगलवार को भी आसमान मेघों से आच्छादित रहा। कुछ स्थानों पर दोपहर बाद वर्षा हुई। 

कैसे होती है मानसून की घोषणा 
मानसून के देश में दस्तक देने के लिए तय 14 स्टेशनों के 60 प्रतिशत में 10 मई के बाद लगातार दो दिन तक 2.5 मिमी वर्ष दर्ज होती है। पश्चिमी हवा की गति 925 एमपीए पर 15 से 20 नॉट होती है। अन्य परिस्थितियां अनुकूल हों, तो केरल से मानसून का प्रवेश दूसरे दिन घोषित किया जाता है। शेष स्थानों पर मानसून के पहुंचने की आधिकारिक घोषणा के लिए सामान्य से डेढ़ गुना तथा उप विभाग के कम से कम 2 स्थानों पर 3 सेमी वर्षा हो। पश्चिमी तट के मामले में वर्षा 5 सेमी होनी चाहिए। वर्षा में फैलाव तथा समुद्र में हवा की गति 23 से 32 नॉट की होनी चाहिए। इसके बाद दूसरे दिन उस स्थान पर मानसून घोषित किया जाता है। 

85 प्रतिशत तक वर्षा की उम्मीद 
मानसून विदर्भ में अच्छा रहेगा ऐसी उम्मीद है। चंद्रपुर, गड़चिरौली व यवतमाल सहित पूर्व दक्षिण व दक्षिण विदर्भ में मानसून के औसत से अधिक रहने की उम्मीद है, लेकिन उपराजधानी थोड़ी पिछड़ सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उपराजधानी में इसके 85 प्रतिशत तक रहने के आसार हैं। उनके अनुसार मई के पूर्वार्द्ध में उपराजधानी में 75 से 80 प्रतिशत तक ही वर्षा की उम्मीद बन रही थी। इसका विशेष कारण यह है कि संतरानगरी में तापमान पूरे पीक पर नहीं पहुंच रहा था। अधिकतम तापमान 44-45 डिग्री के आस-पास ही बना हुआ था। हालांकि मई अंत में तापमान के 46 डिग्री के ऊपर पहुंचने से वर्षा की उम्मीद कुछ बढ़ी है और अब 85 प्रतिशत तक वर्षा का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि यदि शहर का अधिकतम तापमान कुछ दिन 47 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना रहे, तो मानसून के सुखद रहने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

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