किश्तों में पहुंचा मानसून, घरेलू बादल दे रहे राहत

किश्तों में पहुंचा मानसून, घरेलू बादल दे रहे राहत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-24 11:32 GMT
किश्तों में पहुंचा मानसून, घरेलू बादल दे रहे राहत

दैनिक भास्कर न्यूज डेस्क, नागपुर. उपराजधानी में भले ही मानसून की आने की घोषणा हो गई हो, लेकिन अभी भी मानसूनी बादलों का अता-पता नहीं है। दोपहर बाद जरूर घरेलू बादलों ने इसकी भरपाई करने और शहरवासियों को राहत देने की कोशिश की। सुबह से ही शहर खिली धूप में नहाया रहा। दोपहर बाद करीब 4 बजे बादलों का रेला आसमान में नजर आने लगा। इसके साथ ही बिजली की कड़क और तेज हवाओं के साथ बौछारों ने वातावरण को ठंडा करना शुरू कर दिया। करीब आधे घंटे कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बौछारें आती रहीं। कई जगह तेज बारिश आैर हवा से पेड़ गिरे। रात 8:30 बजे तक 11.1 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई। अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री ऊपर रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री नीचे 24.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सुबह 65 प्रतिशत पर बनी आर्द्रता शाम ढलते-ढलते 98 प्रतिशत तक पहुंच गई।

इस साल मानसून विदर्भ में किश्तों में पहुंचा है। स्थिति यह है कि मानसून की घोषणा के बाद भी नागपुर, वर्धा, अमरावती व अकोला में अभी मानसूनी वर्षा नहीं पहुंची है। 1 जून से शहर में अब तक मात्र 30.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जबकि पिछले वर्ष 23 जून तक 38.2 मिमी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार तक हुई वर्षा औसत वर्षा से 52 प्रतिशत कम हैं। सामान्यत: अब तक 156.18 मिमी वर्षा दर्ज होनी चाहिए, लेकिन हुई है केवल 30.2 मिमी। विदर्भ में भी अब तक सामान्य से 4 प्रतिशत वर्षा कम है। सबसे कम वर्षा भंडारा में सामान्य से 60 प्रतिशत कम वर्षा रिकार्ड की गई है। इसके बाद नागपुर जिले का नंबर है। वासिम व बुलढाणा में इस बार सामान्य से क्रमश: 72 व 63 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

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