लॉकडाउन में राज्य में पुलिस पर 175 जगहों पर हुआ हमला, 650 से अधिक हमलावर गिरफ्तार  

लॉकडाउन में राज्य में पुलिस पर 175 जगहों पर हुआ हमला, 650 से अधिक हमलावर गिरफ्तार  

Anita Peddulwar
Update: 2020-05-05 08:28 GMT
लॉकडाउन में राज्य में पुलिस पर 175 जगहों पर हुआ हमला, 650 से अधिक हमलावर गिरफ्तार  

डिजिटल डेस्क,नागपुर।   राज्य में कोरोना महामारी के फैलाने के बाद लॉकडाउन शुरू किए जाने से लेकर 3 मई तक करीब 92 हजार प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिसमें 18 हजार से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। यह प्रकरण कोविड के संदर्भ में लागू विविध धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार राज्य में पुलिस पर हमला किए जाने के 175 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें नागपुर पुलिस विभाग के चार थानों में पुलिस पर भी हमला किए जाने का प्रकरण भी शामिल है। कोरोना महामारी  के बाद पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया। राज्य में लॉकडाउन किया गया। इस लॉकडाउन में जहां पुलिस के अधिकारी- कर्मचारी दिन रात मेहनत कर कानून व्यवस्था को संभालने में अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं,  डॉक्टर भी इस बीमारी के पीडितों के लिए दिन रात उनके उपचार करने में लगे हुए है। कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने वाले इन कोरोना योद्धाओं पर भी लोग पथराव और हमला करने से बाज नहीं आए हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 22 मार्च से 3 मई के दरमियान जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से पुलिस अधिकारियों- कर्मचारियों पर 175 हमला किए जाने का मामला राज्य के विविध थानों में दर्ज किया गया है। इसमें नागपुर पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आनेवाले कलमना, कोतवाली, बेलतरोडी और कपिल नगर थाने के पुलिस जवानों पर किया गया मामला भी शामिल हैं, जिन पर हमला किया गया। पुलिस विभाग में कार्यरत फिल्ड पर काम कर रहे इन कोरोना योद्धाओं का आखिर कसूर क्या है, यही न कि वह बार-बार लोगों को यह कह रहे हैं कि बहुत ज्यादा जरुरत पडने पर ही घर से बाहर निकलें, खुद भी सुरक्षित रहें और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखें। राज्य के विविध शहरों की अंदरुनी कानूनी व्यवस्था को संभालने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों- कर्मचारियों पर हमला करने के आरोप में राज्य भर में पुलिस विभाग ने 650 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों पर 22 मार्च से 3 मई के दरमियान धारा 188, 92, 161 व अन्य धाराओं के अंतर्गत विविध मामले दर्ज किए गए हैं।

सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस विभाग भी युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। पुलिस  अधिकारी - कर्मचारी भी 24 घंटे कार्य करने में लगे हैं। इस संकट से मुकाबला करते हुए  पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। राज्य में करीब 35 पुलिस अधिकारी व 350 पुलिस कर्मचारियों पर उपचार शुरू होने की जानकारी सूत्रों ने दी है। इस बीमारी से पीडित  राज्य में 3 पुलिस कर्मचारियों का निधन होने की जानकारी भी सामने आ चुकी है। लॉकडाउन में कोविड के संदर्भ में सबसे अधिक अपराध पुणे शहर में 14 हजार से अधिक दर्ज हुए हैं। विदर्भ के अकोला  जिले में 72, रत्नागिरी  में 75 प्रकरण दर्ज किए गए। इस कालावधि के दौरान विविध अपराधों के लिए आरोपियों पर करीब 3 करोड 32  लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा चुका है।

83 हजार से ज्यादा आए पुलिस को फोन
सूत्रों के अनुसार उपरोक्त कालावधि में राज्य भर में पुलिस विभाग के 100 नंबर पर 83 हजार से अधिक फोन आए, इन फोन को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया। इतना ही नहीं राज्य में जिन लोगों के हाथों में क्वारंटाइन का सिक्का लगा था, ऐसे 600 से अधिक व्यक्तियों की तलाश कर उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया। इस दौरान अवैध यातायात करनेवाले 1200 से अधिक वाहन मालिकों पर मामले दर्ज कर 51 हजार से अधिक वाहन जब्त किए गए। वीजा का उल्लंघन करनेवाले राज्य भर में 15 विदेशियों पर मामले दर्ज किए गए।

 पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं
नागपुर शहर की पुलिस यहां के लोगों की हिफाजत के लिए दिन रात कार्य करने में जुटी है। यहां के अधिकारी- कर्मचारी कडी मेहनत कर रहे हैं। नागरिक खुद भी सुरक्षित रहें और उनका परिवार सुरक्षित रहे । यही सोच लेकर पुलिस के अधिकारी- कर्मचारी सडकों पर दिन रात मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में उन पर हमला करनेवाले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 डा भूषणकुमार उपाध्याय, पुलिस आयुक्त, नागपुर शहर
 

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