बैलगाड़ी सहित चंद्रभागा नदी में बहे मां-बेटे, पेड़ के सहारे बेटे की बची जान, मां की मौत

बैलगाड़ी सहित चंद्रभागा नदी में बहे मां-बेटे, पेड़ के सहारे बेटे की बची जान, मां की मौत

Anita Peddulwar
Update: 2020-07-25 08:21 GMT
बैलगाड़ी सहित चंद्रभागा नदी में बहे मां-बेटे, पेड़ के सहारे बेटे की बची जान, मां की मौत

डिजिटल डेस्क, कोंढाली  (नागपुर)। तेज बारिश के बाद चंद्रभागा नदी का जलस्तर ऐसा बढ़ा कि उसमें से गुजर रहे मां-बेटा बैलगाड़ी सहित बह गए। बेटे ने एक पेड़ की टहनियों को पकड़कर अपनी जान बचा ली, पर मां की मौत हो गई। घटना 23 जुलाई की है। देर रात मां का शव बरामद हो गया था। दूसरी ओर, दोनों बैल घर पहुंच गए। इस घटना की जानकारी कोंढाली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।

जानकारी के अनुसार रिधोरा निवासी इंदुबाई रामराव तभाने (65) की खेती कोकर्डा-बोरखेडी शिवार में है। 23 जुलाई को इंदुबाई तथा उनका बेटा उत्तम रामराव तभाने खेत  में गए थे। शाम पांच बजे अचानक मूसलाधार बारिश शुरू  हुई। बारिश जब कुछ कम हुई, तब  इंदुबाई रामराव तभाने तथा उत्तम बैलगाड़ी से खेत से वापस घर के लिए निकले। रास्ते में चंद्रभागा नदी पड़ती है। कोकर्डा शिवार में नदी की धार थोड़ी तेज थी।

अचानक तेज हुआ पानी का बहाव
इंदुबाई और उत्तम को लगा कि बैलगाड़ी निकल जाएगी। वे नदी पार करने लगे। इतने में पानी का बहाव और बढ़ गया। सभी बह गए। उत्तम ने पेड़ का सहारा लेकर खुद की जान बचा ली, पर मां बह गई। उत्तम ने मां को खोजने का बहुत प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। थक-हारकर उत्तम गांव रिधोरा पहुंचा और घटना की जानकारी दी। उसी रात गांव के लोग और उत्तम के अन्य परिजन इंदुबाई की तलाश में निकल पड़े। रात करीब 10 बजे घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर नदी किनारे इंदुबाई का शव मिला।

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