मप्र में आफत की बारिश: नर्मदा खतरे के निशान के ऊपर, 38 जिलों में अलर्ट

मप्र में आफत की बारिश: नर्मदा खतरे के निशान के ऊपर, 38 जिलों में अलर्ट

Manmohan Prajapati
Update: 2019-09-11 05:27 GMT
हाईलाइट
  • 18 जिलों में रेड और 20 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
  • इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खुलने से कई मार्ग बंद
  • भोपाल में फुल टैंक लेवल के बाद कोलार डैम गेट खुले

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आसमान पर छाई काली घटाएं इन दिनों मध्यप्रदेश में आफत बनकर बरस रही हैं। लगातार रुक रुक हो रही तेज बारिश के चलते अधिकांश जिलों में जलभराव की स्थिति बन गई है। हालात ये हैं कि तीन साल बाद नर्मदा नदी खतरे के निशान 964 फीट को पार कर गई। वहीं एक बार फिर प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 38 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें से 18 जिलों में रेड अलर्ट है तो वहीं 20 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जहां भारी बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। जबकि मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अब तक 25 प्रतिशत औसत से अधिक बारिश हो चुकी है।

रेड और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने इंदौर, धार, खंडवा, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, नीमच, मंदसौर, होशंगाबाद, बेतुल और हरदा जिले में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं राजधानी भोपाल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, कटनी, बालाघाट के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा नरसिंहपुर, सिवनी, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल, गुना, अशोकनगर, रीवा और सागर जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

होशंगाबाद में हालात खराब
होशंगाबाद जिले में भारी बारिश के चलते नर्मदा नदी में पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है। हालात यह कि सेठानी घाट पर जलस्तर मंगलवार रात 12 बजे 966.5 फीट पर पहुंच गया। नर्मदा के खतरे का निशान पार करते ही सायरन बजाया गया। इसके बाद रात को निचली बस्तियां खाली कराई गईं। आपको बता दें कि सोमवार दोपहर को बरगी डैम के गेट खोले गए थे जिसका पानी मंगलवार शाम को होशंगाबाद पहुंचा और यहां नर्मदा नदी अपने खतरे के निशान को पार कर गई। 

भोपाल में कोलार डैम के गेट खुले
राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिनों से रुक रुक कर होने वाली तेज बारिश से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। ऐसे में कोलार डैम के सभी 8 गेट खोल दिए गए हैं। बता दें कि मंगलवार शाम कोलार डैम में पानी फुल टैंक लेवल 462.20 मीटर तक पहुंच गया था, जिसके बाद सभी गेटों को खोला गया। 

इन जिलों का संपर्क टूटा
प्रदेश में हो रही इस आफत की बारिश के चलते कई जिलों का सड़क संपर्क टूट गया है। इनमें मंगलवार को इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खुलने से आष्टा-देवास होकर भोपाल जाने वाले मार्ग में आने वाले नर्मदानगर पुल से आवागमन बंद कर दिया। वहीं इंदौर-इच्छापुर हाईवे स्थित मोरटक्का पुल पर पहले से ट्रैफिक बंद किया गया। इसके अलावा खंडवा का भोपाल से भी सड़क संपर्क टूट गया है। जबकि बेतवा नदी भी खतरे के निशान के ऊपर रही। ऐसे में विदिशा-अशाेकनगर तीन दिन से और विदिशा-रायसेन मार्ग 9 दिन से बंद है।
 

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