रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस से ली थी मल्टीपल पॉलिसी, क्लेम देेने में कंपनी कर रही आनाकानी
नागपुर रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस से ली थी मल्टीपल पॉलिसी, क्लेम देेने में कंपनी कर रही आनाकानी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंश्योरेंस कंपनियां बीमा करवाते समय बीमाधारकों से बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन जब क्लेम देने की बारी आती है तो नए-नए नियम बताकर पल्ला झाड़ लेती हैं। सूर्य नगर निवासी डॉ. सुनील हेलीवाल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। मामला रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस कंपनी से जुड़ा हुआ है।
आनाकानी करती रही कंपनी
सूर्य नगर निवासी डाॅ. सुनील हेलीवाल ने बताया कि मैंने रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस से मेडिक्लेम की हॉस्पिकैश पॉलिसी ली थी। मैंने कुल 6 पॉलिसी ली थी, जिसमें आठ वर्ष, सात वर्ष, दो वर्ष की एक-एक और एक वर्ष पुरानी 2 पॉलिसी है। आठ वर्ष पुरानी पॉलिसी में दो क्लेम मिलना चाहिए। उसमें क्लेम भी नहीं दिया और रिन्यू करने से भी मना कर दिया। पहले रिन्यू कर दिया था, लेकिन बाद में यह कहकर पैसे वापस कर दिए कि रिन्यू नहीं करेंगे, क्योंकि मेरे पास बहुत सारी पॉलिसी थी। क्लेम आने के बाद कंपनी आनाकानी करने लगी।
प्रीमियम बराबर भर रहा हूं
इंसान पॉलिसी इसलिए लेता है कि जरुरत पड़ने पर क्लेम मिल जाए। एक पॉलिसी मैंने एक वर्ष पहले और दूसरी पॉलिसी दो वर्ष पहले ली थी, जिसका वेटिंग पीरियड 30 दिन का होता है, मगर उसका भी क्लेम कंपनी ने नहीं दिया। पुरानी पॉलिसी का क्लेम भी नहीं दिया। सारी पॉलिसी खराब कर दी। एक वर्ष पहले जो पॉलिसी ली है, उसमें कंपनी का कहना है कि 10 हजार रुपए प्रतिदिन (पर-डे) के हिसाब से 180 दिन का कवर रहेगा। लेकिन अब कह रहे हैं कि 1 लाख रुपए से ज्यादा नहीं देंगे, जबकि प्रीमियम बराबर भर रहा हूं।
नियम नहीं, तो पॉलिसी क्यों दी
मैंने जब क्लेम के लिए अप्रोच किया, तो कंपनी का कहना कि आपको पूरा प्रीमियम वापस देते हैं, हमें आपकी पॉलिसी नहीं रखनी है। मेरा कहना है कि प्रीमियम लेने के पहले ही यह सब सोचना चाहिए था। फिर कंपनी का कहना था कि आपके पास मल्टीपल पॉलिसी है, जबकि पॉलिसी लेते समय कंपनी ने ऐसा कोई नियम नहीं बताया है। मैंने अपनी सेफ्टी के लिए ज्यादा पॉलिसी ली थी। अगर मल्टीपल पॉलिसी का नियम नहीं था, तो कंपनी ने पॉलिसी दी ही क्यों? मैंने 6 पॉलिसी ली है और बाकायदा उसका प्रीमियम भी टाइम पर भर रहा हूं, लेकिन क्लेम देने की बारी आई तो कंपनी नए नियम बताने लगी। पिछले वर्ष मेरी पत्नी विद्या और भाभी मंजू को हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा था। कंपनी ने उसका क्लेम भी नहीं दिया। मैंने कंज्यूमर फोरम में शिकायत दर्ज कराई है। पिछली पॉलिसी का रिन्यूअल टाइम आया, तो कंपनी ने रिन्यूअल का नोटिस भेज दिया।
उचित मंच तक बात.... इस नंबर पर बीमा से संबंधित समस्याएं बताएं
इस तरह की समस्या यदि आपके साथ भी है, तो आप दैनिक भास्कर नागपुर के मोबाइल नंबर 9422165556 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी समस्या रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में आपकी आवाज को भास्कर द्वारा खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।