मुंबई व हावड़ा लाइन ओवरलोड,  63 की जगह 72 गाड़ियों का संचालन

मुंबई व हावड़ा लाइन ओवरलोड,  63 की जगह 72 गाड़ियों का संचालन

Anita Peddulwar
Update: 2019-04-11 07:10 GMT
मुंबई व हावड़ा लाइन ओवरलोड,  63 की जगह 72 गाड़ियों का संचालन

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नागपुर जंक्शन से दो दिशाओं की ओर से जाने वाले रेल मार्ग पर विगत कई साल से क्षमता से अधिक ट्रेनें दौड़ रही हैं। इसके अलावा गर्मी में यात्रियों की सुविधा के लिए चलने वाली समर स्पेशल ट्रेनें भी अतिरिक्त बोझ का काम कर रही हैं। इससे गाड़ियों के समय पर संचालन करने में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। गाड़ियां समय से स्टेशन पर नहीं पहुंच पा रही हैं। क्षमता से अधिक गाड़ियां चलने के कारण पटरियों की ठीक से मरम्मत भी नहीं हो पा रही है। इससे कभी भी हादसे की परिस्थिति को नकारा नहीं जा सकता। हालांकि परिस्थिति का संज्ञान लेते हुए  रेल प्रशासन की ओर से नागपुर-वर्धा रूट पर तीसरी व चौथी लाइन का कार्य शुरू है, ताकि गाड़ियों के बोझ को कम किया जा सके।

बढ़ रही दुर्घटना की आशंका
नागपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली, मुंबई और हावड़ा की ओर तीन लाइने निकलती हैं। रोजाना यहां से विभिन्न दिशाओं में 125 से ज्यादा एक्सप्रेस तथा 250 के करीब  मालगाड़ियांे का संचालन होता है। तकनीकी विशेषज्ञों की मानें, तो किसी भी लाइन पर क्षमता से ज्यादा गाड़ियों के परिचालन से ट्रेनों की समयबद्धता प्रभावित होने के साथ ही दुर्घटना की वजह भी बन सकती है। बावजूद इसके वर्तमान स्थिति में मुंबई लाइन पर नागपुर से वर्धा व हावड़ा लाइन पर नागपुर से दुर्ग लाइन पर क्षमता से ज्यादा गाड़ियों का संचालन जारी है। 

यह है परिस्थिति
 नागपुर मंडल अंतर्गत नागपुर से सेवाग्राम तक एक ही अप-डाउन रेल मार्ग है। होशंगाबाद से आने वाली गाड़ी को हैदराबाद या फिर भुसावल की ओर जाना हो, तो गाड़ी नागपुर-सेवाग्राम से होकर ही गुजरती है। उसी प्रकार भुसावल व हैदराबाद से आने वाली गाड़ियां सेवाग्राम-नागपुर क्राॅस कर के ही होशंगाबाद के लिए जाती हैं। इससे इस सेक्शन के बीच गाड़ियों का आवागमन बढ़ जाता है। वैसे भी सेक्शन पर रोजाना क्षमता से अधिक गाड़ियों का संचालन हो रहा है।

प्रतिवर्ष बढ़ रही हैं गाड़ियां
 क्षमता के अनुसार अप लाइन से कुल 63 गाड़ियों का आवागमन होना चाहिए, लेकिन यहां से रोजाना 72 गाड़ियां गुजर रही हैं। साथ ही डाउन लाइन से 63 की जगह 69 के करीब गाड़ियां रोजाना चल रही हैं। उसी प्रकार वर्तमान स्थिति में नागपुर-हावड़ा लाइन महत्वपूर्ण लाइन है। हावड़ा से मुंबई व दिल्ली की ओर वाया नागपुर जाने वाली गाड़ियों को दुर्ग से नागपुर लाइन से ही आना पड़ता है। इसके अलावा प्रति वर्ष गाड़ियों की संख्या बढ़ने से वर्तमान स्थिति में लाइन कैपेसिटी से 154 प्रतिशत गाड़ियां यहां से ज्यादा दौड़ रही हैं, जिससे ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से पहुंच रही हैं।

 

 

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