2024 में शिवसेना के पास 5 सांसद भी नहीं होंगे, जन आशीर्वाद यात्रा के खिलाफ दर्ज हुई 19 FIR

शुद्धिकरण पर भड़के राणे  2024 में शिवसेना के पास 5 सांसद भी नहीं होंगे, जन आशीर्वाद यात्रा के खिलाफ दर्ज हुई 19 FIR

Anita Peddulwar
Update: 2021-08-20 08:50 GMT
2024 में शिवसेना के पास 5 सांसद भी नहीं होंगे, जन आशीर्वाद यात्रा के खिलाफ दर्ज हुई 19 FIR

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की जनआशीर्वाद यात्रा को लेकर मुंबई पुलिस ने अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में 19 एफआईआर दर्ज की है। ये मामले कोरोना काल में महामारी से जुड़े नियमों के उलंघन को लेकर दर्ज किए गए हैं। इस पर राणे ने कहा है कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। केंद्र सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए मोदी सरकार के मंत्री अपने-अपने इलाकों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। केंद्रीय सुक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने गुरुवार को मुंबई एयरपोर्ट से जन आशीर्वाद यात्रा शुरु की थी। इस दौरान जगह-जगह उनका स्वागत किया गया और राणे ने लोगों को संबोधित किया। कई जगहों पर भारी भीड़ भी जुटी। इसको लेकर मुंबई पुलिस ने पहले ही आयोजकों को नोटिस भेजी थी। यात्रा व सभाओं के लिए पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी। क्योंकि लॉक डाउन के चलते अभी भी राज्य सरकार ने राजनीतिक, सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगा रखी है। कई पुलिस स्टेशनों में एक से अधिक एफआईआर दर्ज की गई है। ये एफआईआर दादर, माहिम, चेंबुर, शिवाजी पार्क, गामदेवी, गोवंडी आजाद मैदान, कालाचौकी, अग्रीपाड़ा, सहार, सायन, विलेपार्ले और खेरवाड़ी पुलिस स्टेशनों में मामले दर्ज किए गए हैं। 

मुझे कोई फर्क नहीं पड़ताः राणे 

इस बारे में पूछे जाने पर शुक्रवार को राणे ने कहा कि सात की जगह 70 एफआईआर दर्ज कर ले हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। कोरोना काल में सरकार से जुड़े नेताओं ने भी जनसभाएं की हैं।    


2024 में शिवसेना के पास पांच सांसद भी नहीं होंगेः राणे

केंद्रीय केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने अपने लौटने के बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे के स्मृति स्थल को दूध से अभिषेक और गोमूत्र छिड़ककर शुद्धिकरण करने को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर बरसे। राणे गुरुवार को जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करने के बाद ठाकरे स्मृति स्थल पर गए थे। जिसके बाद शिवसैनिकों ने स्मृति स्थल पर गोमूत्र छिड़ककर शुद्धिकरण किया था। इस पर राणे ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि गोमूत्र छिड़ककर शुद्धिकरण करने के बजाय पहले अपने मन का शुद्धिकरण करें। इसके बाद वे राज्य का कामकाज करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के इलाज की दवाइयों में भ्रष्टाचार करने वाली सरकार की गोमूत्र को हाथ में लेने की पात्रता नहीं है। राणे ने कहा कि ठाकरे का स्मृति स्थल दलदल में है। स्मृति स्थल पर ठाकरे की तस्वीर भी सीधी नहीं दिखती है। गोमूत्र छिड़कने वालों को ठाकरे का स्मृति स्थल विश्व स्तर का बनवाना चाहिए। अपने निजी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में राणे ने कहा कि मुझे किसके आगे नतमस्तक होना है। यह मेरा व्यक्तिगत मामला है। राणे ने कहा कि जिन्हें गोमूत्र छिड़कना है छिड़कने दीजिए। जिन्हें गोमूत्र को पीना है उन्हें पीने दीजिए। इसलिए मुझ से मत पूछिए कि शिवसैनिकों ने गोमूत्र का छिड़काव क्यों किया? उनसे पूछना चाहिए कि क्या दूषित हो गया था? राणे ने कहा कि उद्धव मेहरबानी से मुख्यमंत्री बने हैं। शिवसेना के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से बने हैं। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना के 5 सांसद भी नहीं होंगे।  

एक सवाल के जवाब में राणे ने कहा कि राज्य सरकार को मराठा समाज को आरक्षण नहीं देना है। इसलिए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र सरकार के ओबीसी आरक्षण संशोधन विधेयक पर सवाल उठा रहे हैं। औरंगाबाद में कंपनियों के मालिकों और कर्मचारियों से मारपीट के सवाल पर राणे ने कहा कि हम देखेंगे कि मुख्यमंत्री क्या कार्रवाई करते हैं? सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो अपना फार्मूला है ही। 

राणे के बारे में शिवसेना के शाखा प्रमुख बोलेंगेः राऊत 

दूसरी ओर शिवसेना प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि राणे के मामले में शिवसेना के शाखा प्रमुख टिप्पणी करेंगे। मुझे इस घटना के बारे में कुछ मालूम नहीं है। यह स्थानीय मामला है। 
 


 

Tags:    

Similar News