रुपए के लेन-देन को लेकर हुई थी फौजी की हत्या, अंधी हत्या का पर्दाफाश

रुपए के लेन-देन को लेकर हुई थी फौजी की हत्या, अंधी हत्या का पर्दाफाश

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-29 08:07 GMT
रुपए के लेन-देन को लेकर हुई थी फौजी की हत्या, अंधी हत्या का पर्दाफाश

डिजिटल डेस्क, छतरपुर/नौगांव। दशहरे की रात रिटायर्ड फौजी की हुई हत्या के मामले में पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी अब भी फरार है। पुलिस ने हत्या का कारण रुपए का लेन-देन बताया है। पुलिस अब दूसरे आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक  दशहरे की रात नौगांव निवासी रिटायर्ड फौजी सुशील तिवारी की धारदार हथियार से हत्या किए जाने का नौगांव थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या के मामले में पुलिस ने नौगांव वीरेंद्र कॉलोनी निवासी विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया है। वहीं मामले में शामिल एक आरोपी जय सिंह पुलिस हिरासत से बाहर बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि मृतक सुशील और विक्रम सिंह के बीच पैसों का लेनदेन था। इसी बात को लेकर दशहरे के दिन दोनों लोगों के बीच विवाद हुआ। विवाद में सुशील ने विक्रम सिंह और जय सिंह को अपमानित करने हुए, उनके साथ मारपीट की। उसके बाद रात करीब 11.00 और 12.00 बजे के
बीच दोनों लोग आए और बका और सब्बल से हमला कर सुशील को मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद दोनों से फरार हो गए।

पैसे न देने पर की थी मारपीट
पुलिस ने बताया कि आरोपी विक्रम और जय ने सुशील तिवारी से उधार पैसे लिए थे। सुशील ने दोनों लोगों से कई बार पैसे लौटाने के लिए कहा, लेकिन दोनों लोगों ने पैसे नहीं दिए। दशहरे वाले दिन जब विक्रम और और जय सिंह सुशील के घर दशहरा मिलन करने के लिए गए, उस समय भी सुशील ने दोनों लोगों से पैसे मांगे थे। पैसे मांगने को लेकर तीनों लोगों के बीच विवाद हुई। उसी विवाद को लेकर रात के समय विक्रम और जय ने योजना बनाकर रिटायर्ड फौजी को मौत के घाट उतार दिया।

इनका रहा सहयोग
अंधी हत्या का खुलासा किए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना ने एएसपी जयराज कुबेर के नेतृत्व में एक टीम गठित कर मामले का खुलासा किए जाने के निर्देश दिए। नौगांव थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने अपने हमराह स्टाफ के साथ हत्या का खुलासा करने में जुटे, तभी उन्हें मुखबिर से कुछ बातें पता चली उसी के बाद उन्होंने आरोपी को पकड़ा। इस कार्रवाई में धर्मेंद्र, अशोक रावत, भूपेंद्र यादव की सराहनीय भूमिका रही।

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