कंपोस्ट खाद के गड्ढे गांव से नहीं हटाने वालों पर प्रशासन सख्त, होगी कड़ी कार्रवाई
कंपोस्ट खाद के गड्ढे गांव से नहीं हटाने वालों पर प्रशासन सख्त, होगी कड़ी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्क्रब टाइफस और डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने की दृष्टि से गांवों में स्वच्छता बनाए रखने उपाय योजना करने का निर्णय जिला परिषद जल प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया। कंपोस्ट खाद के गड्ढे खाली नहीं कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जिप अध्यक्ष निशा सावरकर ने अधिकारियों को दिए।
जिप के तुकड़ोजी महाराज सभागृह में सावरकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में गांवों में स्वच्छता रखने उपाययोजना पर चर्चा की गई। कंपोस्ट खाद के गड्ढों से बढ़ती गंदगी पर रोक लगाने इसे नष्ट करने, नल तथा बोरवेल पर कपड़े, जानवर धोने, नल के पास जमा गंदगी हटाने के निर्देश दिए गए। पंचायत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पानी व स्वच्छता विभाग के बीच समन्वय रखकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। पंचायत विभाग के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी को कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दी गई।
गोबर और कंपोस्ट खाद के गड्ढे गांव से हटाने, कचरे की साफ-सफाई करने के ग्राम पंचायतों को निर्देश देने के लिए कहा गया, ताकि कीटजन्य बीमारियों के प्रकोप से बचा जा सके। जो इसे विरोध करेगा या लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ सख्ती से पेश आने और आवश्यकता पड़ने पर पुलिस कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसी के साथ स्कूलाें में शौचालयों का निर्माण, मरम्मत, पीने के पानी की व्यवस्था उद्योगों के सीएसआर फंड से करने का निर्णय लिया गया। सीएसआर फंड जुटाने के लिए संबंधित क्षेत्र के उद्योगों के संपर्क कर चर्चा करने के निर्देश अध्यक्ष ने दिए। बैठक में उपाध्यक्ष शरद डोनेकर, सभापति उकेश चौहान, पुष्पा वाघाड़े, सदस्य राजकुमार वर्मा, एडिशनल सीईओ अंकुश केदार तथा अन्य विभागों के विभाग प्रमुखता उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि बरसात के बाद आमतौर पर संक्रामक बीमारियां पैर पसारने लगती है। ऐसे में साफ-सफाई का सर्वाधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। साफ-सफाई रखने से जहां संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है वहीं घातक स्क्रब टाइफस जैसी बीमारियों का आक्रमण भी रोका जा सकता है।