नागपुर : अधिकारियों की मिलीभगत से आरटीओ में फर्जी आरसी घोटाला

नागपुर : अधिकारियों की मिलीभगत से आरटीओ में फर्जी आरसी घोटाला

Anita Peddulwar
Update: 2021-04-01 04:17 GMT
नागपुर : अधिकारियों की मिलीभगत से आरटीओ में फर्जी आरसी घोटाला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रादेशिक परिवहन कार्यालय-49 (पूर्व) में वाहनों की फर्जी आर-सी बुक जारी किए जाने का मामला उजागर हुआ है। यह सब अधिकारियों और दलालों की मिलीभगत से होने का अंदेशा है। प्रारंभिक जांच में  उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी विनोद जाधव के हाथ कुल 7 फर्जी आरसी लगी है। इसकी शिकायत कलमना थाने में दर्ज की गई है। अब तक करीब 9 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। इस प्रकरण में शामिल एक कर्मचारी बुधवार को ही सेवानिवृत्त हुआ है। इस घोटाले का प्रमुख आरोपी कथित सेवानिवृत्त कर्मचारी बताया जा रहा है।

15 दिन पहले फर्जीवाड़े का पता चला
विनोद जाधव के अनुसार 15 दिन पहले उन्हें इस फर्जीवाड़े का पता चला। वाहनों का फिटनेस प्रमाणपत्र प्राप्त करने कुछ वाहन धारकों द्वारा आवेदन किए गए थे। इनमें संलग्न दस्तावेजों की जांच में आरसी बुक पर नजर पड़ी, जिस पर उनके हस्ताक्षर थे, जो फर्जी हैं। जाधव ने अन्य आवेदनों के साथ संलग्न आरसी की गहनता से पड़ताल की, तो कुल 7 फर्जी आरसी उनके हाथ लगी, जिसकी शिकायत 19 मार्च को उन्होंने कलमना थाने में वाहन धारकों व दलालों के खिलाफ शिकायत की है।

कई अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में दलालों की गहरी पैठ है। इन्हीं दलालों द्वारा अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी आरसी तैयार किए जाने का अंदेशा है। जांच में न सिर्फ दलालों आैर अधिकारियों की साठ-गांठ का खुलासा हो सकता है, अपितु कई अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। पिछले 15 दिनों से मामला दबाने की उठापटक भी शुरू है। अभी तक पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।

लंबे समय से शुरू है गोरखधंधा
माना जा रहा है कि दस्तावेजों का फर्जीवाड़ा आरटीओ में लंबे समय से चल रहा है। विगत दिनों दो वाहनों का टैक्स अदा नहीं होने का मामला उजागर हुआ था। फुटाला निवासी अरविंद यादव के मुताबिक वाहन टैक्स अदा करने के बावजूद रिकार्ड में उसकी एन्ट्री नहीं की गई थी। हाल ही में यातायात पुलिस ने दो ऐसे वाहनों को ढूंढ़ निकाला, जिसमें एक ही वाहन क्रमांक अंकित था। इस मामले में वाहन मालिक वसीम गफ्फार शेख व चालक प्रतीक पद्मगिरवार के खिलाफ लकड़गंज पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।

जांच के बाद ही खुलासा होगा
अब तक 7 आरसी मेरे हाथ लगी है, जिसमें मेरे फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। इन आरसी से संबंधित वाहन मालिकों व दलालों के खिलाफ मैंने कलमना थाने में शिकायत दर्ज कराई है। आरटीओ के कर्मचारियों-अधिकारियों की मिलीभगत के बगैर इस तरह की आरसी तैयार नहीं की जा सकती। हमारे कार्यालय में दलालों से किन लोगों की साठ-गांठ है, यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा।  -विनोद जाधव, उप-प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, पूर्व नागपुर

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