नागपुर : दूसरे दिन 10 से ज्यादा एस टी बसें मजदूरों को लेकर रवाना

नागपुर : दूसरे दिन 10 से ज्यादा एस टी बसें मजदूरों को लेकर रवाना

Anita Peddulwar
Update: 2020-05-11 09:56 GMT
नागपुर : दूसरे दिन 10 से ज्यादा एस टी बसें मजदूरों को लेकर रवाना

डिजिटल डेस्क, नागपुर  । मार्च महीने से मनपा शेल्टर होम में कॉरंटाइन मजदूरों को अब ट्रेनों के अलावा एस टी बसों से वापस भेजने की कवायदें शुरू हो गई है। जिसमें गत दो दिन से नागपुर के गणेशपेठ बस स्टैण्ड से भी मजदूरों को भेजा जा रहा है। पहले दिन 45 बसें, दूसरे दिन भी 10 से ज्यादा बसों में भरकर मजदूरों को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ की बॉर्डर पर भेजा गया है। बस लेकर जानेवाले कुछ ड्राइवरों को मास्क व सेनेटाइजर नहीं दिये जाने से इनकी सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि प्रशासन इन ड्राइवर की सुरक्षा को लेकर 99 प्रतिशत विश्वास दिखा रहा है। 

गत 22 मार्च से नागपुर समेत अन्य शहरों   व दूसरे राज्य में भी लॉकडाउन की स्थिति बनी है। जिसके कारण यहां मजदूरी करने आये छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के करीब साढ़े आठ हजार मजदूर फंसे हैं। जिन्हें प्रशासन ने शेल्टर होम में रखा है। लगातार लॉकडाउन बढ़ने के बाद अब प्रशासन ही इन्हें अपने राज्य भेजने की पहल कर रहा है। इसके लिए पहले रेलवे की और अब राज्य परिवहन महामंडल की बसों की मदद ली जा रही है। रविवार से गणेशपेठ बस स्टैण्ड से मजदूरों को भेजना का सिलसिला शुरू हुआ है। जो आने वाले 17 मई तक रहेगा। सोमवार को यहां से हर एक बस में 22 मजदूर रखते हुए कुल 10 से ज्यादा बसों को चलाया गया है। इन बसों को ड्राइवरों के जिम्मे छोड़ा है। एक ड्राइवर 22 मजदूरों को बॉर्डर पर छोड़ वापसी कर रहा है। हालांकि कुछ कर्मचारियों ने इस पर आपत्ति जताई है। आरोप है, कि प्रशासन ड्राइवरों की सुरक्षा को लेकर खास सावधानी नहीं बरत रहा है। जिससे आनेवाले समय में इन बसों में जानेवाले ड्राइवर संक्रमित होने पर अन्य कर्मचारियों पर भी इसका परिणाम देखने मिल सकता है। कुछ ड्राइवरों को सैनिटाइजर तो दूर मास्क तक नहीं दिया जा रहा है। जिससे वे अपने रूमाल, दुपट्‌टे का सहारा ले रहे हैं। पहले दिन बस लेकर जानेवाले ड्राइवरों को मास्क तक नसीब नहीं होने से कर्मचारी इनकी सुरक्षा को लेकर सवाल कर रहे हैं।

कोरोना के दौर में एस टी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी भलीभांति निभा रहे हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा पर ध्यान देने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। कर्मचारियों को मास्क सेनिटाइजर, हैंड ग्लब्ज आदि की सुविधा देना जरूरी है।
मंगेश कामडी, गणेशपेठ आगार सचिव, महाराष्ट्र एस.टी. कामगार सेना

दूसरे दिन मजदूरों को लेकर 10 से ज्यादा बसें चलाई गई। बसों को जाने से पहले व आने के बाद सेनेटाइज किया जाता है। ड्राइवरों के सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सभी को सेनेटाइजर, मास्क व जरूरी साधन दिये जा रहे हैं। वापसी के बाद हमारे मेडीकल ऑफीसर से इनकी प्राइमरी जांच भी कराई जा रही है।
निलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक, राज्य मार्ग परिवहन महामंडल नागपुर

 

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