नागपुर को अपराध में दूसरे नंबर का शहर गलती से बताया गया, 15% कम हुआ क्राइम

नागपुर को अपराध में दूसरे नंबर का शहर गलती से बताया गया, 15% कम हुआ क्राइम

Anita Peddulwar
Update: 2020-12-28 06:03 GMT
नागपुर को अपराध में दूसरे नंबर का शहर गलती से बताया गया, 15% कम हुआ क्राइम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष नागपुर में अपराध में करीब 15 प्रतिशत कमी आई है। यह पुलिस की कार्यकुशलता के बदौलत संभव हो पा रहा है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) की रिपोर्ट में क्राइम के मामले में पटना के बाद नागपुर का दूसरा स्थान मिला है। देशमुख ने कहा-एनसीआरबी ने जिस क्राइम रिपोर्ट के आधार पर नागपुर को अपराध के मामले में नंबर 2 बताया है, शायद कुछ गलती से बता दिया गया है। 

गृहमंत्री अनिल देशमुख सिविल लाइंस नागपुर स्थित पुलिस जिमखाना में आयोजित पत्र परिषद में बोल रहे थे। उन्होंने कहा- दरअसल, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो जिस रिपोर्ट के आधार पर नागपुर को देश में अपराध के मामले में दूसरे नंबर पर बता रहा है, वह रिपोर्ट वर्ष 2019 की है। उस समय तो महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार थी और देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे और गृहमंत्री का पद भी उनके ही पास था। देशमुख ने कहा कि वर्ष 2019 में जहां नागपुर में कुल 7734 अपराध दर्ज हुए थे, वहीं वर्ष 2020 में नागपुर शहर में अभी तक कुल 6191 अपराध दर्ज हुए हैं। मैं शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की कार्यकुशलता और उनके नेतृत्व में हो रहे कार्य से संतुष्ट हूं। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि नागपुर शहर पुलिस विभाग के अधिकारी- कर्मचारी आगे भी ऐसा ही बेहतर कार्य करते रहेंगे।  

17 हजार कैदी जेल से छोड़ने वाले थे
कोरोना संक्रमण के दौरान  राज्य की जेलों से करीब 17 हजार कैदियों को छोड़ने की योजना सरकार ने बनाई थी। कुछ को छोड़ा गया तो अपराधों में उनका नाम आने लगा, इसलिए बाकी को छोड़ने पर रोक लगा दी गई। हालांकि तब तक करीब 11 हजार से अधिक आरोपियों व कैदियों को जेल से छोड़ा जा चुका था। अब इन कैदियों और आरोपियों की धर-पकड़ पर ध्यान दिया जाएगा।

नागपुर में पुलिस मुख्यालय का होगा कायाकल्प  
अनिल देशमुख ने कहा कि नागपुर के पुलिस मुख्यालय का कायाकल्प किया जाएगा। इसके लिए करीब 274 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस दिशा में जल्द बैठक लेकर उसका कार्य शुरू किए जाने के बारे में विचार होगा। नागपुर  पुलिस विभाग को 1 हजार पुलिस बॉडी कैमरे और दिए जाएंगे। प्राथमिक स्तर पर 200 पुलिस बॉडी कैमरे को मंजूरी मिल चुकी है। उसे जल्द ही शहर पुलिस को दिया जाएगा। ये कैमरे खासकर ट्रैफिक पुलिस को दिए जाएंगे। उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही  न बरतने की हिदायत भी दी। साथ ही बताया पुलिस भर्ती जल्द शुरू की जाएगी। यह भर्ती मराठा आंदोलन के चलते रुक गई थी।  
 

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