राष्ट्रवादी कांग्रेस में जिला-ग्रामीण अध्यक्ष पद के लिए चाहिए सक्षम कार्यकर्ता

राष्ट्रवादी कांग्रेस में जिला-ग्रामीण अध्यक्ष पद के लिए चाहिए सक्षम कार्यकर्ता

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-17 18:12 GMT
राष्ट्रवादी कांग्रेस में जिला-ग्रामीण अध्यक्ष पद के लिए चाहिए सक्षम कार्यकर्ता

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिला ग्रामीण के अध्यक्ष पद के लिए सक्षम कार्यकर्ता की तलाश की जा ही है। अध्यक्ष पद के लिए प्रमुखता से दो नाम सामने भी आए हैं लेकिन नेताओं के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण जिला अध्यक्ष नियुक्ति का मामला लंबित रह गया है। शहर कार्यकारिणी में बदलाव व नियुक्तियों के बाद ग्रामीण कार्यकारिणी में भी बदलाव की हलचल है।

गौरतलब है कि जिला ग्रामीण के अध्यक्ष रमेश बंग आरंभ से ही यह जिम्मेदारी संभालने में रुचि नहीं रख रहे हैं। राकांपा में गुटबाजी को देखते हुए जिले में प्रमुख नेताओं को संगठन की कमान सौंपी गई थी। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख को नागपुर शहर व पूर्व मंत्री रमेश बंग को ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया गया। तब दोनों नेताओं ने कार्याध्यक्षों की नियुक्ति करके स्वयं को संरक्षक की भूमिका में रखा था। बाद में शहर कार्यकारिणी का अध्यक्ष अनिल अहिरकर को बना दिया गया। अहिरकर ने नई टीम भी तैयार कर ली। लेकिन ग्रामीण का मामला लंबित रह गया। श्री बंग की संगठन मामले में अरुचि कायम रही।

यह भी उल्लेखनीय है कि जिले की राकांपा की राजनीति में बंग व देशमुख ही सबसे प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। बंग हिंगणा व देशमुख काटोल विधानसभा क्षेत्र से चुने जाते रहे हैं। गुटबाजी की राजनीति में बंग व देशमुख को परस्पर विरोधी गुटों का नेता माना जाता है। फिलहाल बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील सभी जिलों में अध्यक्ष पद को लेकर नई नियुक्तियां करना चाहते हैं। कुछ समय पहले वे चंद्रपुर जिले के दौरे पर आए थे। तब उन्होंने नागपुर विमानतल पर अध्यक्ष पद को लेकर कुछ नेताओं से चर्चा की थी। एक-दो नेताओं को तो जिम्मेदारी संभालने को भी कहा था। लेकिन अध्यक्ष नियुक्ति का मामला तय नहीं हो पाया।

बताते हैं कि बंग ने अपने समर्थक डॉ.राजाभाऊ टाकसाले को ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाने का निवेदन प्रदेश अध्यक्ष से किया। डॉ.टाकसाले फिलहाल जिला ग्रामीण के कार्याध्यक्ष है। बंग के संरक्षण में वे संगठन का काम संभाल रहे हैं। लेकिन देशमुख ने बाबा गुजर को अध्यक्ष बनाने को कहा है। देशमुख के अनुसार टाकसाले को कार्याध्यक्ष पद पर कायम रखकर गुजर को संगठन की प्रमुख जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए। बंग इसके विपरीत राय रखते हैं।

उनका कहना है कि टाकसाले को अध्यक्ष व गुजर को कार्याध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। बंग व देशमुख के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण ही जिला ग्रामीणी की नियुक्तियां लंबित रह गई है। वैकल्पिक तौर पर उज्जवला बोढारे व चंद्रशेखर चिखले का नाम भी सामने लाया जा रहा है। बोढोरे जिला परिषद सदस्य है। चिखले जिला परिषद के पूर्व सदस्य हैं। तमाम स्थितियों को देखते हुए जिला ग्रामीण अध्यक्ष पद के लिए नए नाम की तलाश है।

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