शिवसेना से 25 साल पुराना नाता, अपनापन तो रहेगा-भुजबल
शिवसेना से 25 साल पुराना नाता, अपनापन तो रहेगा-भुजबल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दो साल के बाद जमानत पर छूटे पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ राकांपा नेता छगन भुजबल को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इसके बाद मीडिया से बातचीत में भुजबल ने कहा कि वे जल्द ही फिर राजनीति में सक्रिय होंगे। उन्होंने बेटे पंकज और उद्धव की मुलाकात से जुड़े सवाल पर कहा कि शिवसेना के साथ उनका 25 साल का रिश्ता रहा है। इसलिए अपनापन तो रहेगा ही। हालचाल लेने के लिए उन्होंने उद्धव का आभार भी जताया। भुजबल ने बताया कि जमानत मिलने के बाद उन्हें सबसे पहला फोन शरद पवार का आया है। भुजबल ने कहा कि जिस महाराष्ट्र सदन के चलते उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी उसकी सभी तारीफ करते हैं। प्रधानमंत्री तक उसका आनंद उठा चुके हैं। महाराष्ट्र के अलावा देश के दूसरे हिस्सों के लोग भी वहां ठहरते हैं। भाजपा सांसद कह चुके हैं सदन सुंदर, बनवाने वाले अंदर।
परिवार के साथ बिताना चाहता हूं कुछ समय
भुजबल ने कहा कि अब कुछ समय परिवार के साथ बिताना चाहता हूं। अग्नाशय की बीमारी से पीड़ित भुजबल ने डॉक्टरों से अस्पताल से छुट्टी देने का अनुरोध किया था जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। भुजबल के मुताबिक डॉक्टरों ने उन्हें घर पर आराम करने की शर्त पर अस्पताल से छुट्टी दी है। उन्होंने कहा कि अगर आराम हुआ तो 10 जून को होने वाली एनसीपी की रैली में जरूर शामिल होंगे।
राहुल से क्यों डर रही भाजपा
दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे भले ही कांग्रेस के धुर विरोधी रहे हो पर अब शिवसेना को कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं से परहेज नहीं रहा। पार्टी ने प्रधानमंत्री पद को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर भाजपा की प्रतिक्रिया की आलोचना की है। पार्टी के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा को राहुल गांधी से डर क्यों लगता है? 2019 के चुनाव के बाद राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जताने पर भाजपा को छाती नहीं पिटना चाहिए।