जूनियर राणे नहीं चाहते नारायण राणे दिल्ली जाएं

जूनियर राणे नहीं चाहते नारायण राणे दिल्ली जाएं

Anita Peddulwar
Update: 2018-03-03 12:59 GMT
जूनियर राणे नहीं चाहते नारायण राणे दिल्ली जाएं

डिजिटल डेस्क, मुंबई । पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे दिल्ली जाने के इच्छुक नहीं है। उनके विधायक बेटे नितेश राणे ने भी साफ कर दिया है कि राणे समर्थक नहीं चाहते कि वे राज्यसभा सदस्य के रूप में दिल्ली जाए। नितेश ने अपने व्हाट्सएप पर एक डीपी लगाई है, जिसमें कहा गया है कि ‘राणे साहब महाराष्ट्र को आपकी जरूरत है।’ इस बीच नितेश ने शनिवार को ट्विट कर कहा है कि शुभचिंतक चाहते हैं कि राणे साहब महाराष्ट्र की राजनीति में ही सक्रिय रहें। हम उन्हें राज्यसभा नहीं बल्कि विधानसभा में देखना चाहते हैं। 2017 के सितंबर में कांग्रेस छोड़ अपनी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष बनाने वाले राणे को पिछले साल से ही फडणवीस मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा चल रही है लेकिन अभी तक उन्हें शपथ लेने का मौका नहीं मिल सका है।

शिवसेना का राणे को लेकर विरोध
दरअसल शिवसेना के कड़े विरोध की वजह से राणे मंत्री नहीं बन पा रहे हैं। राणे को मंत्री बनाया गया तो शिवसेना सरकार से बाहर हो सकती है। राणे ने भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस  छोड़ी थी। लेकिन उन्हें अपनी पार्टी गठित कर भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होना पड़ा। इसके लिए उन्हें मंत्री बनाने का वादा किया गया था। हालांकि राणे ने  अपना फैसला बताने के लिए कुछ समय लिया है।  राणे ने यह भी कहा है कि वह राज्य सरकार के साथ काम करना चाहते हैं और 2019 के बाद उनकी योजना दिल्ली जाने की थी. लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि वह मौजूदा एक मात्र विकल्प राज्यसभा में जाने पर विचार करेंगे।

शाह ने दिया है रास सीट का ऑफर 
बीते बुधवार को राणे न दिल्ली जाकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। उस दौरान शाह ने उन्हें भाजपा के टिकट पर राज्यसभा में आने का प्रस्ताव दिया था। महाराष्ट्र से राज्यसभा की रिक्त हुए तीन सीटों के चुनाव इसी महीने होने वाले हैं। इसमें स एक सीट भाजपा राणे को देने को तैयार है।  
              

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