नागपुर की खेल प्रतिभाएं भी विश्व में लहराएंगीं तिरंगा : नितिन गडकरी

नागपुर की खेल प्रतिभाएं भी विश्व में लहराएंगीं तिरंगा : नितिन गडकरी

Anita Peddulwar
Update: 2018-05-07 05:37 GMT
नागपुर की खेल प्रतिभाएं भी विश्व में लहराएंगीं तिरंगा : नितिन गडकरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि शहर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, जरूरत है उसे तलाश कर तराशने की। ठीक से तराशे जाने पर निश्चित रूप से हमारे खिलाड़ी विश्व भर में तिरंगा लहराएंगे। खासदार क्रीड़ा महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए गडकरी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि नागपुर के सांसद होने के नाते शहर का चौमुखी विकास करने की जिम्मेदारी मेरी है और क्रीड़ा क्षेत्र की प्रतिभाओं के विकास के बिना चौमुखी विकास की संकल्पना पूरी नहीं हो सकती। मानकापुर स्थित विभागीय क्रीड़ा संकुल में आयोजित समारोह में केन्द्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बॉलीवुड के ‘खिलाड़ी’ अक्षय कुमार और बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद की विशेष उपस्थिति रही।

25 हजार खिलाड़ी ले रहे हैं हिस्साा
उपराजधानी के विभिन्न मैदानों पर 20 दिन तक चलने वाले ‘चकदे खेलो, नागपुर खेलो’ क्रीड़ा महोत्सव में 25 हजार खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसके बेहद शानदार उद्घाटन समारोह में गडकरी ने कहा कि केवल शहर के भौतिक विकास से बात नहीं बनेगी, सांस्कृतिक और क्रीड़ा क्षेत्र का भी विकास जरूरी है। जिस दिन विदर्भ ने रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप हासिल की, उसी दिन मैंने खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को तराशने की ठान ली। इसके लिए युवाओं को हर प्रकार की सुविधा देने की जरूरत है। उन्हें अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच मुहैया करवाना हमारा काम है। इस उद्देश्य को सामने रखते हुए खासदार क्रीड़ा महोत्सव का आयोजन किया गया है।

सोच बदलना जरूरी : राठौड़
केन्द्रीय खेल मंत्री व ओलिंपियन राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने खेलो नागपुर खेलो के उद्घाटन समारोह की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि देश के नंबर वन मंत्री के घर का कार्यक्रम नंबर वन न हो ऐसा कैसे हो सकता है। देश को बदलने के लिए सोच को बदलने की जरूरत है और खेल एक ऐसा माध्यम है, जहां शारीरिक और मानसिक दोनों ही विकास होते हैं। सरकार की योजनाओं का खुलासा करते हुए कहा कि हम अभी से 2024-28 ओलिंपिक की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए पूरे देश से 8-10 वर्ष आयु के एक करोड़ प्रतिभावान युवाओं की तलाश की जाएगी। इसके बाद उनमें से 20 हजार बच्चों को चुन कर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

पहले खिलाड़ी हूं : अक्षय कुमार
‘खिलाड़ी’ अक्षय  कुमार ने खचाखच भरे मानकापुर स्टेडियम में सभी को नमस्कार करते हुए मराठी में संबोधन किया। गडकरी का आभार मानते हुए कहा कि मैं खिलाड़ी पहले, अभिनेता बाद में हूं। मेरे भीतर एक खिलाड़ी हमेशा ही जिंदा रहता है। एक्टिंग मुझे कुछ खास आती नहीं है, लेकिन यह खेल ही है, जिसने मुझे दुनिया के सामने खुद को साबित करने का मौका दिया है। उन्होंने स्टेडियम में मौजूद सभी पालकों से अपने बच्चों को आगे बढ़ाने की अपील की। अक्षय कुमार ने युवाओं से खुद में चैंपियन मानने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस सोच के साथ आगे बढ़िए, कामयाबी आपको जरूर मिलेगी।

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