शिवसेना नेता के घर पहुंचे गडकरी ने लिए पैर छूकर आशीर्वाद

शिवसेना नेता के घर पहुंचे गडकरी ने लिए पैर छूकर आशीर्वाद

Anita Peddulwar
Update: 2019-03-15 09:40 GMT
शिवसेना नेता के घर पहुंचे गडकरी ने लिए पैर छूकर आशीर्वाद

डिजिटल डेस्क,नागपुर। लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे नितीन गडकरी को आशीर्वाद देने के लिए शिवसेना नेता मनोहर जोशी गडकरी के घर पर पहुंचे। गडकरी ने पुष्पगुच्छ देकर न केवल उनका अभिवादन किया बल्कि पैर छूकर आशीर्वाद लिए। एकदम निजी माहौल में दोनों नेताओं ने लंबे समय तक राजनीतिक विषयों पर चर्चा की। भाजपा व शिवसेना के बीच फिलहाल चुनाव गठबंधन है। लेकिन यह सभी जानते हैं कि पूरे 4 साल तक दोनों दल में टसन चलती रही है। शिवसेना की भूमिका तो एक तरह से विपक्ष की रही है। लिहाजा शिवसेना व भाजपा नेताओं के बीच हाथ तो मिलते रहते हैं पर इस तरह आत्मीय मिलन की तस्वीर कम ही सामने आती है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि जोशी व गडकरी के बीच गुरु व शिष्य जैसा संबंध पहले से रहा है  लिहाजा उनका मिलन इसी तरह होता है।

महाराष्ट्र की राजनीति में सर कहे जानेवाले श्री जोशी शिवसेना के नेतृत्व की गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री रहे हैं, बाद में वे केंद्रीय मंत्री व लोकसभा के अध्यक्ष भी रहे। शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के समय से श्री जोशी शिवसेना में वरिष्ठ स्तर पर जिम्मेदारियां संभालते रहे हैं। कहते हैं कि बाल ठाकरे के सबसे विश्वासु नेताओं में श्री जोशी थे  इसलिए वे शिवसेना के पहले मुख्यमंत्री बनाए गए थे। हालांकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के बाद श्री जोशी शिवसेना में किनारे लगते रहे। कुछ मौकों पर वे राजनीतिक बेचैनी भी प्रकट करते रहे हैं। 1995 में शिवसेना भाजपा गठबंधन की सरकार बनी थी व मनोहर जोशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तब भाजपा की ओर से गोपीनाथ मुंडे उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे। गडकरी को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल पाया था।

बताते हैं कि बाल ठाकरे व मनोहर जोशी की पसंद के तौर पर ही गडकरी को भाजपा कोटे से मंत्री बनने का मौका मिला था। उस समय गडकरी को ठाकरे व जोशी ने राजनीतिक तौर पर ठोस निर्णय लेने की छूट दी थी। लिहाजा सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री के तौर पर गडकरी ने अपने कार्यों से सुर्खियां बंटोरी। पुणे मुंबई एक्सप्रेस हाइवे के अलावा मुंबई में सी लिंक व 55 उड़ानपुलों का निर्माण कराया। गडकरी विविध स्थानों में भाषणों में जिक्र करते रहते हैं कि किस तरह ठाकरे-जोशी का उन्हें आशीर्वाद व सहयोग मिलता रहा है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व की शिवसेना पर वे यह कहकर तंज भी कसते रहते हैं कि हर कोई बाल ठाकरे नहीं होता है। पहले की शिवसेना अब रही कहां। 

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