यूनिवर्सिटी में पीने के पानी के लिए मोहताज होने की नौबत

यूनिवर्सिटी में पीने के पानी के लिए मोहताज होने की नौबत

Anita Peddulwar
Update: 2019-04-18 09:43 GMT
यूनिवर्सिटी में पीने के पानी के लिए मोहताज होने की नौबत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी में गर्मी से लोग हलाकान है। ऐसे में यूनिवर्सिटी में  पीने के पानी के लिए लोगों को मोहताज होने पड़ है।  राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के अमरावती रोड स्थित कैंपस में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। स्थिति इतनी विकट है कि कैंपस में लगे वॉटर कूलरों में पानी नहीं है। प्यास से बेहाल विद्यार्थी विभाग दर विभाग चक्कर काट रहे हैं।

यह है असली स्थिति
बता दें कि मनपा से कैंपस में पेयजल की आपूर्ति होती है। करीब दो वर्ष पूर्व नागपुर विश्वविद्यालय प्रशासन शहर के फुटाला तालाब से कैंपस में जलापूर्ति करने का निर्णय लिया था। फुटाला से पेय जलापूर्ति के लिए विवि अधिकारियों ने जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से भी चर्चा की गई थी। लेकिन नागपुर विवि, मनपा, पंजाबराव देशमुख कृषि विवि और राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के बीच इस प्रोजेक्ट के लिए अब तक सहमति नहीं बनी। विवि से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एनएचएआई की ओर से योजना को मंजूरी नहीं मिली है। लिहाजा यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है। बता दें कि नागपुर विवि का  कैंपस पहाड़ी पर स्थित है। ऐसे में यहां जलापूर्ति करना टेढ़ी खीर है। पेयजल व्यवस्था के अलावा कैंपस के पेड़-पौधों की देखभाल के लिए पानी के टैंकर मंगा कर भी सिंचाई करनी पड़ती है। 

ऐसा है प्रोजेक्ट
नागपुर विश्वविद्यालय को फिलहाल अंबाझरी तालाब से जलापूर्ति होती है। विश्वविद्यालय प्रशासन फुटाला तालाब से जलापूर्ति चाह रहा है। विवि के अपेक्षाकृत इसके लिए उन्हें फुटाला तालाब से लेकर कैंपस तक पाइपलाइन डालनी होगी। साथ ही इसके लिए पंप व अन्य उपकरण बिठाने होंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट में विवि को करीब 20 लाख रुपए का खर्च अाएगा। अगर यह प्रकल्प सफल हुआ तो कैंपस और एलआईटी परिसर में होने वाली पानी की किल्लत दूर हो सकती है। इसके अलावा बीते कई दिनों विवि यह प्रयास कर रहा है कि कैंपस में होने वाली पेय जलापूर्ति गोरेवाड़ा की जगह वाड़ी की टंकी से हो, ताकि कैंपस और एलआईटी में फोर्स के साथ पेय जलापूर्ति मिल सके।

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