खर्रा व पान मसाला न मिलने से सुपारी के दाम दोगुने

खर्रा व पान मसाला न मिलने से सुपारी के दाम दोगुने

Anita Peddulwar
Update: 2020-05-20 08:55 GMT
खर्रा व पान मसाला न मिलने से सुपारी के दाम दोगुने

डिजिटल डेस्क, नागपुर । लॉकडाउन के कारण शहर में सुपारी दोगुना दाम में बिक रही है। लॉकडाउन से पहले 250 से 350 रुपए प्रति किलो बिकने वाली सुपारी आज 550 से 600 रुपए प्रति किलो बिक रही है। हालांकि पानठेले बंद होने के कारण सुपारी की खपत में भारी गिरावट आई है, फिर भी कई व्यापारी चोरी-छिपे इसकी बिक्री कर रहे हैं। नागपुर जिले में आम तौर पर रोजाना लगभग 100 टन सुपारी की खपत होती है। जीवनावश्यक वस्तुओं की श्रेणी में नहीं आने के कारण लॉकडाउन के पहले ही दिन से शहर में सुपारी की सभी होलसेल दुकानें बंद हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से सुपारी के कुछ कारखानों पर कार्रवाई कर सील कर दिए। बावजूद इसके शहर की कई खुदरा किराना दुकानों में सुपारी की बिक्री हो रही है। पानठेले बंद होने के कारण खर्रा और पान-मसाला खाने वाले लोग अब किराना दुकानों से सुपारी खरीदकर अपना शौक पूरा कर रहे हैं। 

किराना दुकानों में मिल रहा पान-मसाला 
 राज्य सरकार ने राज्यभर में सुगंधित सुपारी और तंबाकू की बंदी पर पाबंदी लगा रखी है, बावजूद इसके शहर के लगभग सभी पानठेलों पर पान-मसालों की बिक्री होती है। 10 रुपए एमआरपी वाली रजनीगंधा 12 रुपए में बिकती थी, जो अब 15 रुपए में बिकने लगी है। 5 रुपए एमआरपी वाली पान बहार 10 रुपए में बिक रही है। पाबंदी होने के बावजूद शहर में पान-मसाला की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है और खाद्य विभाग इसकी बिक्री पर रोक लगाने में नाकाम है।     

सुपारी का बड़ा बाजार है नागपुर
देश के केंद्र में होने के कारण नागपुर सुपारी का बड़ा मार्केट है। यहां विदेशों से भी सुपारी आती है और यहां से विविध राज्यों में इसकी सप्लाई की जाती है। 

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