अब पीजी की तरह अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के प्रवेश भी ऑनलाइन

अब पीजी की तरह अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के प्रवेश भी ऑनलाइन

Anita Peddulwar
Update: 2020-06-30 08:09 GMT
अब पीजी की तरह अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के प्रवेश भी ऑनलाइन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) पाठ्यक्रमों की ही तरह इस साल से अंडर ग्रेजुएट (यूजी) पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया भी ऑनलाइन मोड में आयोजित करने का निर्णय लिया है। राज्य में कोरोना संक्रमण से उपजे हालातों को देखते हुए यह निर्णय लिया है। इसमें कम से कम मनुष्यबल और मानवी दखल होगा। इसके लिए विवि ने सारी तैयारी कर रखी है। हां, जिन पाठ्यक्रमों में एमएचसीईटी के जरिए प्रवेश होते हैं, उन्हें छोड़ कर शेष पाठ्यक्रमों के लिए यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हालांकि इस निर्णय को जरूरी प्राधिकरणों से अनुमति मिलनी बाकी है। विवि के प्रभारी प्रकुलगुरु डॉ. एस.आर. चौधरी ने इस प्रवेश प्रक्रिया का प्रारूप तय किया है। उनके अनुसार अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया की जटिलता को कम करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए इस दिशा में कदम बढ़ाएं हैं।

ऐसी होगी प्रवेश प्रक्रिया 
* जानकारी के अनुसार 12वीं के नतीजे जारी होते ही विवि अपने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर देगा। यह प्रक्रिया करीब 15 दिन चलेगी। 
* रजिस्ट्रेशन के लिए विद्यार्थी को सभी जरूरी दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद उसे एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा।  
* रजिस्ट्रेशन खत्म होने के बाद पाठ्यक्रम के अनुसार मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी। विद्यार्थी जिस भी कॉलेज में प्रवेश लेना चाहे वहां जाकर जरूरी प्रक्रिया में हिस्सा लेना होगा। उसके  प्रत्यक्ष और ऑनलाइन दस्तावेज का सत्यापन करके यूनिवर्सिटी को कंफर्मेशन देगा। इसके बाद विद्यार्थी का प्रवेश निश्चित हो जाएगा। 

यह होगा फायदा
 डॉ. चौधरी के अनुसार यह प्रक्रिया के माध्यम से न केवल बहुत सारा वक्त बचेगा, मनुष्यबल भी कम से कम इस्तेमाल होगा। इसके साथ ही प्रवेश निश्चित होते ही विवि को लाइव अपडेट मिलते रहेंगे। वहीं विद्यार्थियों के इनरोलमेंट नंबर भी एक माह के भीतर जारी किए जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि नागपुर विश्वविद्यालय बीते कुछ वर्षों से पीजी की प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन आयोजित कर रहा है। जहां विद्यार्थियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। इसके बाद सीट आवंटन से लेकर प्रवेश के राउंड भी ऑनलाइन ही होते हैं। अंतत: सीट अलॉट होने के बाद विद्यार्थी कॉलेज में जाकर प्रवेश निश्चित कराते हैं। यही ऑनलाइन प्रक्रिया अब यूजी पाठ्यक्रमों के लिए भी अपनाई जा रही है। 

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