अब स्कूलों में हर महीने होगा बच्चों का हेल्थ चेकअप, लगेंगे कैंप

अब स्कूलों में हर महीने होगा बच्चों का हेल्थ चेकअप, लगेंगे कैंप

Anita Peddulwar
Update: 2019-03-25 09:31 GMT
अब स्कूलों में हर महीने होगा बच्चों का हेल्थ चेकअप, लगेंगे कैंप

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ अब बच्चों के लिए नियमित हेल्थ चेकअप भी प्राथमिकता से शामिल होगा। इसके लिए स्कूलों में न केवल नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कैंप लगाए जाएंगे, बल्कि छात्रों के अभिभावकों को बुलाकर क्लास टीचर उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी भी साझा करेंगे। इसका फायदा यह होगा कि जिन छात्रों में स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या होगी, सही समय पर उसका उपचार हो सकेगा। इसके लिए स्कूलों में सालभर स्वास्थ्य परीक्षण कैंप लगाने की योजना बनाई गई है।

स्कूल संचालकों की मानें, तो सीबीएसई ने पिछले वर्ष जब स्कूलों में मेडिकल रिपोर्ट कार्ड को अनिवार्य किया था, तब सबसे ज्यादा छात्र-छात्राओं में आंख, स्किन और डेंटल संबंधी समस्याएं सामने आई थीं। इस देखते हुए स्कूलों में नए शिक्षण सत्र से हर महीने अलग-अलग स्वास्थ्य परीक्षण कैंप लगाकर बच्चों का नियमित परीक्षण करने की योजना बनाई गई है। हालांकि कुछ स्कूलों में नया शिक्षण सत्र शुरू हो गया है, जबकि कुछ में अप्रैल से शुरू होगा। 

अभिभावकों को समझाएंगे डॉक्टर
स्वास्थ्य परीक्षण कैंप के लिए शहर के अलग-अलग विशेषज्ञ और डॉक्टरों से अनुबंध किया जाएगा, जिसमें शहर के सभी सीबीएसई स्कूलों में ये डॉक्टर छात्रों का परीक्षण करेंगे। इसके लिए प्रत्येक छात्र की अलग-अलग फाइल बनेगी और उसका रिकॉर्ड रखा जाएगा। फाइल में डॉक्टर छात्रों की फिटनेस के साथ यदि कोई बीमारी होती है, तो उसका पूरा विवरण भी लिखेंगे। इसे छात्रों के अभिभावकों से साझा किया जाएगा। साथ ही पीटीएम में विशेषज्ञ के साथ ही छात्रों की घर में कैसे केयर करें, इसकी भी जानकारी दी जाएगी। 

इस तरह होगा फिटनेस प्लान 
-सप्ताह में एक बार छात्रों की आंखों और दांतों का परीक्षण होगा। 
-छात्रों का नियमित ब्लड टेस्ट होगा, जिससे हीमोग्लोबिन का पता चलेगा। 
-छात्रों को ओरल हाईजीन के लिए किट्स दी जाएंगी। 
-महीने में एक बार उन्हें हाईजीन को लेकर ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

बीमारी और उपचार
-बीमारी- दांतों में  कीड़े लगना, पीला होना, दांतों का टेढ़ा होना। 
-उपचार- महीने में तीन बार दांतों के परीक्षण कैंप लगाए जाएंगे,उन्हें ब्रश करने का तरीका बताएंगे। 
-बीमारी- आंखों की रोशनी कम होना, धुंधला दिखाई देना, चश्मा लगना, आंख में आंसू आना 
-उपचार- आई ड्रॉप्स दिए जाएंगे। बच्चों को नियमित आंखों को धोने के बारे में बताया जाएगा। 
-बीमारी- स्किन पर  बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन, फोड़े-फुंसियां, लाल चकते पड़ना। 
-उपचार- लंच से पहले हाथ धोने के बारे में बताएंगे। रोज धुली हुई यूनिफार्म पहनकर आने पर जोर दिया जाएगा। 
 

 

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