मुंबई में गड्ढों पर सियासत, पालकमंत्री एकनाथ बोले - किसी की गई जान तो अधिकारी जिम्मेदार

मुंबई में गड्ढों पर सियासत, पालकमंत्री एकनाथ बोले - किसी की गई जान तो अधिकारी जिम्मेदार

Tejinder Singh
Update: 2018-07-15 09:02 GMT
मुंबई में गड्ढों पर सियासत, पालकमंत्री एकनाथ बोले - किसी की गई जान तो अधिकारी जिम्मेदार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई और ठाणे में बरसात के बाद सड़कों पर हुए गड्ढों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। जहां कल्याण इलाके में गड्ढों के चलते 5 मौतों के बाद पालक मंत्री एकनाथ शिंदे खुद सड़कों का जायजा लेने उतरे। वहीं शिवसेना, मनसे, कांग्रेस ने अपनी सुविधा के मुताबिक गड्ढों के खिलाफ आंदोलन किए।

पत्रकारों से बातचीत में शिंदे ने कहा कि गड्ढों के चलते लोगों की जान जा रही है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार माना जा सकता है। सड़क किसके अधीन है इस पर विवाद की जगह मनपा, एमएमआरडीए और एमएसआरडीसी को गड्ढे भरने के निर्देश भी शिंदे ने दिए। शिंदे ने कहा कि गड्ढे भरने के लिए नई तकनीक का सहारा लिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस काम में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। वहीं मुंबई में सांताक्रूज के वार्ड क्रमांक 97 में बरसात के बाद सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे थे। यहां के विधायक और नगरसेविका भाजपा की हैं। इसलिए शिवसेना के स्थानीय नेताओं ने इलाके के स्कूल के छात्रों को लेकर लेकर उन्हें गड्ढों में बिठाकर तस्वीरें खिंचाई।

साताक्रूज इलाके में ही मनसे ने भी आंदोलन किया लेकिन उनका आंदोलन अलग था। गड्ढे भरने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम देने के बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने गड्ढे भरने का काम करने रहे कर्मचारियों को ही गड्ढों में खड़ा होकर उठक बैठक करने पर मजबूर किया। मनसे कार्यकर्ताओं का दावा था कि खड्ढे सही तरीके से नहीं भरे जा रहे हैं और सिर्फ मिट्टी डालकर खानापूर्ति हो रही है। 

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