मेडिकल में एडमिशन का झांसा देकर डेढ़ लाख की ठगी
मेडिकल में एडमिशन का झांसा देकर डेढ़ लाख की ठगी
डिजिटल डेस्क, नागपुर । मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करा देने का झांसा देकर झारखंड के एक व्यक्ति को डेढ़ लाख रुपए से ठगा गया। घटित प्रकरण के उजागर होने से सोमवार को दो आरोपियों के खिलाफ गिट्टीखदान थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है। झारखंड के जिला चतरा के पिपरवार निवासी बालेश्वर महतो (51) को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में कराना था। इसके लिए वह कॉलेज की तलाश में था। इसी दौरान एडमिशन के संबंध में कानपुर निवासी पंकज दुबे (65) नामक व्यक्ति से बात हुई।
पंकज ने एडमिशन कराने का दावा करते हुए नागपुर के वीरचक्र कॉलोनी गिट्टीखदान निवासी चंद्रशेखर पंजाबराव आत्राम से मुलाकात करवा दी। एडमिशन के लिए लाखोें रुपए का खर्चा बताया। एडमिशन होने के बाद बालेश्वर रुपए देने के लिए तैयार था। उसका विश्वास जीतने और लाखों हजम करने के इरादे से दोनों आरोपियों ने नागपुर के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन होने की झूठी जानकारी दी। इतना ही नहीं, कॉलेज का फर्जी पहचान पत्र भी बनाकर भेज दिया। झांसे में आए बालेश्वर ने आरोपियों को नकद और आरटीजीएस कर डेढ़ लाख दिए। पड़ताल करने पर पहचान पत्र फर्जी निकला और एडमिशन भी नहीं होने की जानकारी मिली। यह वाकया 9 जुलाई से 14 सितंबर 2019 के बीच में घटित हुआ। जांच पड़ताल के दौरान धोखाधड़ी होने की पुष्टि होने से सोमवार की रात को दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
ट्रांसपोर्टर को कर्मचारी ने लगाया चूना
ट्रांसपोर्टर को कर्मचारी ने लाखों रुपए से चूना लगाया है। घटित प्रकरण के उजागर होने से सोमवार को आरोपी कर्मचारी के खिलाफ लकड़गंज थाने में प्रकरण दर्ज िकया गया। वर्धमान नगर निवासी ट्रांसपोर्टर श्यामसुंदर अग्रवाल (51) है। उसका छापरू नगर में बरेलिया रोड लाइंस प्रायवेट लिमिटेड नाम से ट्रांसपोर्ट का दफ्तर है। ट्रांसपोर्ट का काम होने से श्यामसुंदर को प्रतिदिन गाड़ियों में डीजल भरवाना पड़ता था। इसके लिए उसने पंप का कार्ड बनवाया था। डीजल भरवाने का काम कर्मचारी मोहम्मद शोहेब शम्मी कुरैशी, स्वामी विवेकानंद नगर निवासी के भरोसे चलता था और कार्ड भी उसे दे रखा था। 1 नवंबर 2019 से 3 जुलाई 2020 के दरमियान शोहेब ने अपने पद का दुरुपयोग किया और कार्ड का इस्तेमाल कर 8 लाख 99 हजार 598 रुपए के डीजल का गबन िकया। घटित प्रकरण से यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि उसने गाड़ियों में ज्यादा डीजल भरवाकर उसकी बाहर बिक्री की। प्रकरण दर्ज िकया गया है, जांच जारी है।