स्मार्ट सिटी के विकास पर सिर्फ चर्चा, लोकलुभावन घोषणाएं

नागपुर मनपा का बजट स्मार्ट सिटी के विकास पर सिर्फ चर्चा, लोकलुभावन घोषणाएं

Anita Peddulwar
Update: 2021-09-02 06:11 GMT
स्मार्ट सिटी के विकास पर सिर्फ चर्चा, लोकलुभावन घोषणाएं

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शहर को स्मार्ट लुक देने के लिए पिछले कुछ समय में तेजी से प्रयास हो रहे हैं। स्मार्ट सिटी प्रकल्प, मेट्रो ट्रेन, लंदन स्ट्रीट से लेकर नागनदी में बोट चलाने की भी बात हुई। इसे लेकर मनपा अपनी पीठ थपथपाने से नहीं रुकती है। ये ऐसी योजनाएं हैं, जो दिखती हैं या चर्चाओं में रहती हैं।  लेकिन कई ऐसी योजनाएं हैं, जो गुमनामी के अंधेरे में सालों से अटकी पड़ी हैं। उनकी न तो चर्चा होती है और न ही कोई प्रयास, जबकि यह सीधे बुनियादी जरूरतें या रोजगार से जुड़ी योजनाएं हैं।  मनपा द्वारा सिर्फ घोषणाएं कर छोड़ दी गई हैं। कभी बैठकें हुई तो योजनाएं दो-चार कदम आगे बढ़ जाती हैं। इसमें भी अनेक दिक्कतें आती हैं। कभी पैसों का रोना, तो कभी मनपा के नियम ही बाधक बन जाते है। मनपा के आपसी विभागों में ही तालमेल नहीं होने से कुछ प्रकल्पों को अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई। कुछ मामलों में राज्य सरकार का अड़ंगा है। कुछ प्रस्तावों को अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। रही-सही कसर कोरोना संकट ने पूरी कर दी। पिछले दो साल से इन योजनाओं में कोई खास प्रगति नहीं हुई। स्पष्ट कहें तो कोरोना से उपजे आर्थिक संकट  ने इन योजनाओं को ही संकट में डाल दिया है। 

महल कमर्शियल कॉम्प्लेक्स 
केलीबाग रोड, बुधवार बाजार स्थित प्रस्तावित प्रकल्प की अनुमानित कीमत 95 करोड़ रखी गई है। निविदा प्रक्रिया पूरी हो गई है। एसएमएस इंफ्रास्ट्रक्चर लि. को कार्यादेश दिया गया है। 2021-22 के बजट में 10 करोड़ का प्रावधान भी किया गया। अतिरिक्त एफएसआई और इस अनुसार अतिरिक्त आर्थिक लक्ष्य प्राप्त करने के उद्देश्य से नगर रचना विभाग को प्रस्ताव भी पेश किया गया, लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। 
उद्देश्य: क्षेत्र में अस्त-व्यस्त बाजार को व्यवस्थित करना। 

सक्करदरा शॉपिंग मॉल
सक्करदरा, बुधवार बाजार में बाजार सहित शॉपिंग मॉल बनाने का प्रस्ताव है। 2021-22 के बजट में प्रकल्प के लिए 10 करोड़ का प्रावधान है, लेकिन प्रकल्प का डीपीआर (विस्तृत प्रकल्प रिपोर्ट) अब तक पेश नहीं हो पाया।
उद्देश्य: रोजगार के साथ नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराना। 

कमाल चौक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स
उत्तर नागपुर के कमाल चौक के पास बीओटी आधार पर कर्मशियल कॉम्प्लेक्स प्रस्तावित किया गया है। मनपा और नासुप्र 50-50 प्रॉफिट शेयरिंग बेसिस पर यह प्रोजेक्ट बनना है। मनपा ने इस पर अपनी सहमति जता दी, लेकिन नासुप्र से अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। बजट में भी इसके लिए प्रावधान नहीं हुआ है। 
उद्देश्य: पिछड़ा इलाके कहे जाने वाले क्षेत्रों में सुविधा देकर रोजगार देना। 

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
डिग दवाखाना धरमपेठ में स्टेट ऑफ आर्ट टेरिटरी केयर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल प्रस्तावित है। निर्माणकार्य को नगररचना विभाग की मान्यता भी प्राप्त है। स्वीस चैलेंज पद्धति अनुसार निजीकरण तत्व पर काम किया जाना है। यह काम करने के लिए महा आइडिया की मान्यता की आवश्यकता है, लेकिन मनपा नियमों में इसकी स्पष्टता नहीं है। 2019 में यह प्रस्ताव सरकार को भेजा गया। सरकार से अब तक कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।
उद्देश्य: नागरिकों को स्वास्थ्य  सेवा उपलब्ध कराना। 

आइसोलेशन दवाखाना
जाटतरोडी स्थित आइसोलेशन दवाखाना के निर्माणकार्य का प्रस्ताव है। स्वीस चैलेंज पद्धति अनुसार निजीकरण अंतर्गत काम किया जाना है। महा आइडिया की मान्यता की आवश्यकता है। मनपा के नियमों में स्पष्टता नहीं है। यह प्रस्ताव भी सरकार की मान्यता के लिए 2019 में भेजा गया। अब तक दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। 
उद्देश्य: अस्पताल को अत्याधुनिक बनाकर सेवाओं को विस्तार देना। 

गांधीबाग में सांस्कृतिक सभागृह 
सोख्ता भवन गांधीबाग में सांस्कृतिक सभागृह का बीओटी आधार पर विकास प्रस्तावित है। विशेष यह कि इस प्रकल्प के लिए दो बार निविदा जारी की गई, लेकिन दोनों बार निविदा के लिए कोई सामने नहीं आया। 
उद्देश्य: क्षेत्र में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना। 

लकड़गंज सिविक सेंटर
लकड़गंज में सिविक सेंटर (घास बाजार) प्रस्तावित है। 1999 में इसे प्रस्तावित किया गया था। 2000 में इसे स्थगिती दी गई थी। 2015 में स्थगिती उठाई गई। इसके बाद सलाहकार की भी नियुक्ति की गई। इस बाबत यथायोग्य प्रस्ताव महासभा को भेजने का निर्णय लिया गया था। मुख्य अभियंता ने 2020 को इस प्रकल्प के लिए फिर से सलाहकार की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए। मामला अटका है। 
उद्देश्य: पशुओं के लिए चारा की सुविधा उपलब्ध कराना। 

वाठोड़ा शॉपिंग सेंटर
वाठोड़ा में शॉपिंग सेंटर प्रस्तावित किया गया है। प्रस्तावित निर्माणकार्य के नक्शे को नगर रचना विभाग की सैद्धांतिक मान्यता मिली है, लेकिन अग्निशमन विभाग की एनओसी अब तक नहीं मिल पाई है। 
उद्देश्य: पूर्व नागपुर जैसे इलाके में भी विकास को गति देना। 

वाठोड़ा क्रीड़ा संकुल 
वाठोड़ा में ही क्रीड़ा संकुल प्रस्तावित है। प्रकल्प बीओटी आधार पर तैयार किया जाएगा, लेकिन बीओटी को प्रतिसाद नहीं मिल पा रहा है। विधायक कृष्णा खोपड़े की सूचना अनुसार प्रकल्प के लिए 52.43 करोड़ रुपए की मांग के लिए सरकार को 2018 में पत्र भेजा गया है, लेकिन सरकार से अब तक निधि प्राप्त नहीं हुई। 
उद्देश्य: खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित कर उन्हें आगे बढ़ाना। 

रामेश्वरी सब्जी बाजार
रामेश्वरी-बाबुलखेड़ा में सब्जी बाजार निर्माण प्रस्तावित किया गया है। एक्सिनो केपिटल सर्विसेस लि. ने जगह का डीपीआर तैयार किया है, लेकिन डीपीआर को अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। 2021-22 के बजट में योजना के लिए निधि उपलब्ध नहीं हो सकी। बाजार के लिए रास्ते से लगी अन्य जगहों का अधिग्रहण भी आवश्यक है। 
उद्देश्य: सड़कों पर अतिक्रमण कर सजने वाले बाजार को जगह देना।

डॉ. बाबासाहब आंबेडकर शोध केंद्र 
करीब 29 साल पहले यशवंत स्टेडियम परिसर में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर शोध केंद्र प्रस्तावित किया गया था। मनपा में संदीप जाधव की अध्यक्षता में इसके लिए एक कमेटी भी बनी थी। 2020 में फिर सरकार को प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन सरकार ने आज तक जगह की उपयोगिता बदलने को मंजूरी नहीं दी। 
उद्देश्य:पर्यटन के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना

7 दिन में ब्योरा देने के निर्देश 
फिलहाल दो साल से कोविड के चलते सभी काम रुके हैं। कुछ आर्थिक दिक्कतें भी हैं। कुछ मामलों में राज्य सरकार की मंजूरी का इंतजार है।  कुछ प्रोजेक्ट में बदलाव भी हुए हैं, जिस कारण योजनाएं लंबित हैं। योजनाओं के संदर्भ में सात दिन में ब्योरा देने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं।   -राजेंद्र सोनकुसरे, सभापति, स्थापत्य प्रकल्प समिति, मनपा 


 

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