पेंशन धारकों को राहत : बैंक या ईपीएफओ तक जाने की जरूरत नहीं

पेंशन धारकों को राहत : बैंक या ईपीएफओ तक जाने की जरूरत नहीं

Anita Peddulwar
Update: 2020-12-02 10:33 GMT
पेंशन धारकों को राहत : बैंक या ईपीएफओ तक जाने की जरूरत नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पेंशन धारकों को अब लाइफ सर्टिफिकेट देने बैंक तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डाकिया घर पहुंचकर सारी प्रक्रिया पूरी करेंगे, बशर्ते आपको इसके लिए 70 रुपए शुल्क डाक विभाग को देना होगा।   बीमार, दिव्यांग व चलने-फिरने में असमर्थ पेंशनरों को हर साल लाइफ सर्टिफिकेट देने के लिए बैंक जाना मुश्किल होता है। केंद्र सरकार ने एक अहम निर्णय लेते हुए पेंशनरों को बड़ी राहत दी है। इसके तहत डाकिया घर आकर बायोमीट्रिक प्रक्रिया पूरी करेगा। योजना का लाभ कोई भी पेंशन धारक ले सकते हैं।   यानी स्वस्थ्य व चलने-फिरने में सामान्य भी योजना का लाभ ले सकते हैं।   इस कार्य के लिए डाक विभाग द्वारा नागपुर में 100 से ज्यादा पोस्टमैन को प्रशिक्षण दिया गया है। डाकिया पहले पेंशनर को फोन करके अपाइमेंट तय करेगा। संबंधित जगह पर जाकर प्रक्रिया पूरी करने के बाद डाटा सीधे ईपीएफआे के पास जाएगा आैर पेंशन धारक को नियमित रूप से पेंशन मिलना जारी रहेगी। शीघ्र ही योजना कार्यान्वित होगी।  

डाक विभाग काे मिलेगा राजस्व 
केंद्र सरकार द्वारा पेंशनरों को राहत के साथ ही डाक विभाग के लिए भी राजस्व का जरिया खोल दिया है। गर्दिश में चल रहे डाक विभाग को इससे राजस्व प्राप्त हो सकता है। पेंशनरों के मोबाइल नंबर ईपीएफओ उपलब्ध कराएगा। 

पहली बार मिल रही यह सुविधा 
घर बैठे लाइफ सर्टिफिकेट  देने की सुविधा पेंशनरों को पहली बार मिल रही है। डाक विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। नागपुर में 100 से ज्यादा डाकिए इस बारे प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं। पेंशनर का जो नंबर दर्ज है, उस पर फोन किया जाएगा। पेंशनर हां बोलेंगे तो डाकिया घर पहुंचेगा। इसके लिए जो 70 रुपए शुल्क लिया जाएगा, वह डाक विभाग को जाएगा।  -विकास कुमार, क्षेत्रीय आयुक्त ईपीएफओ नागपुर

पहली बार मिल रही यह सुविधा 
घर बैठे लाइफ सर्टिफिकेट  देने की सुविधा पेंशनरों को पहली बार मिल रही है। डाक विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। नागपुर में 100 से ज्यादा डाकिए इस बारे प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं। पेंशनर का जो नंबर दर्ज है, उस पर फोन किया जाएगा। पेंशनर हां बोलेंगे तो डाकिया घर पहुंचेगा। इसके लिए जो 70 रुपए शुल्क लिया जाएगा, वह डाक विभाग को जाएगा।  -विकास कुमार, क्षेत्रीय आयुक्त ईपीएफओ नागपुर

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