आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार लोगों का ‘सनातन संस्था’ से कोई संबंध नहीं : राजहंस

आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार लोगों का ‘सनातन संस्था’ से कोई संबंध नहीं : राजहंस

Tejinder Singh
Update: 2018-08-27 13:33 GMT
आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार लोगों का ‘सनातन संस्था’ से कोई संबंध नहीं : राजहंस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) द्वारा आतंकी गतिविधियों के आरोप में पकड़े गए लोगों का सनातन संस्था से कोई संबंध नहीं हैं। संस्था कभी किसी तरह कि हिंसा में शामिल नहीं रही है। एटीएस ने भी इस बात का दावा नहीं किया है कि पकड़े गए लोग सनातन संस्था के हैं। इसके बावजूद कुछ हिंदुविरोधी ताकते सनातन संस्था को बदनाम कर उस पर पाबंदी लगवाना चाहती हैं। यह बात सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने कही। राजहंस सोमवार को मुंबई मराठी पत्रकार संघ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आज तक कभी भी सनातन संस्था के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है और न ही किसी आरोप पत्र में इस संस्था का नाम आया है। इसके बावजूद सनातन संस्था को निशाना बनाया जा रहा है। मीडिया का एक वर्ग संस्था को बदनाम करने वाली खबरें प्रकाशित कर रहा है। इसे रोकने के लिए हम अदालत की मदद लेने पर विचार कर रहे हैं। राजहंस ने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता सनातन संस्था पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। सपा विधायक अबू आसिम आजमी कह रहे हैं कि सनातन संस्था बकरी ईद के दौरान विस्फोट करने की योजना बना रही थी। जबकि इन लोगों के पास इस आरोपों को लेकर कोई सबूत नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि एटीएस और सीबीआई के अधिकारी संवाददाता सम्मेलन में कह चुके हैं कि गिरफ्तार लोगों के संबंध अभी तक किसी संस्था से साबित नहीं हुए हैं। राज्य के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर भी साफ कर चुके हैं कि इन मामलों में सनातन संस्था का नाम नहीं आया है। इसके बावजूद सूत्रों के नाम पर संस्था को बदनाम करने वाली बाते प्रसारित की जा रही हैं। सोशल मीडिया पर सनातन संस्था को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार नौ लोगों में से कई लोगों के तो हमने नाम भी नहीं सुने हैं। 

राजहंस ने कहा कि हमारी संस्था पिछले 27 वर्षों से समाज के लिए कार्य कर रही है। हमारी संस्था के साथक कभी भी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल नहीं रहे। आज तक ठाणे रंगायतन विस्फोट, मडगांव विस्फोट सहित किसी भी आतंकी वारदात के आरोप पत्र में सनातन संस्था का नाम नहीं आया है। सनातन प्रवक्ता ने कहा कि हिंदुवादी दल सत्ता में है, इस लिए हिंदु विरोधी सरकार को बदनाम करने के लिए सनातन जैसी निर्दोष संस्था को निशाना बना रहे हैं। एक षड्यंत्र के तहत सनातन संस्था पर पाबंदी की मांग हो रही है। 

उन्होंने कहा कि राकांपा और कांग्रेस पार्टी के नेता सनातन संस्था के प्रमुख को गिरफ्तार करने और संस्था को बंद करने की बात कर रहे हैं। हिन्दू जनजागृति समिति को बदनाम करने की कोशिश कि जा रही है। उन्होंने कहा कि दरअसल यह हिंदुत्ववादी संगठनों को बदनाम करने की साजिश है। गिरफ्तार लोग सनातन के साधक नही हैं पर वे स्थानीय स्तर पर किसी न किसी हिंदुत्ववादी संगठन से जुड़ कर राष्ट्र सेवा कर रहे हैं। 
 

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