10 हजार के सिक्के लेकर फॉर्म भरने पहुंचे मैहर BJP कैंडिडेट, थाने में मामला दर्ज
10 हजार के सिक्के लेकर फॉर्म भरने पहुंचे मैहर BJP कैंडिडेट, थाने में मामला दर्ज
- आईपीसी के सेक्सन 188 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा- 125 ए के तहत मामला दर्ज
- काउंटर पर सिक्कों से भरे कलश रखकर छोड़ गए नारायण त्रिपाठी के समर्थक
- पार्टी के प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी को सियासी प्रदर्शन महंगा पड़ गया है
डिजिटल डेस्क, सतना। मैहर से भाजपा के विधायक और इसी विधानसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी को सियासी प्रदर्शन महंगा पड़ गया है। यहां रिटर्निंग अॉफीसर और एसडीएम एचके धुर्वे की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस ने उनके खिलाफ समर्थकों समेत आईपीसी के सेक्सन- 188 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा- 125 ए के तहत अपराध दर्ज कर लिया। पुलिस ने जमानत राशि के लिए 12 कलश में भर कर आरओ आफिस लाए गए 10 हजार रुपए मूल्य के सिक्के भी जब्त कर लिए हैं।
भाजपा के जिलाध्यक्ष भी थे साथ में
जिला मुख्यालय स्थित मैहर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अॉफीसर के कार्यालय में मंगलवार की दोपहर उस वक्त लोग हैरत में पड़ गए, जब उन्होंने देखा कि नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने पहुंचे भाजपा प्रत्याशी और मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के हाथों में लाल कपड़े से बंधा कलश है। इतना ही नहीं भाजपा के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी और अमरपाटन के पूर्व भाजपा विधायक रामखेलावन पटेल के अलावा 9 अन्य समर्थकों के हाथों में भी ऐसे ही कलश थे। मैहर से भाजपा के प्रत्याशी त्रिपाठी ने सभी कलश आरओ आफिस के बरामदे में बने वोटर लिस्ट के काउंटर पर रखवाया और उन्हें वहीं छोड़ कर नामांकन दाखिल करने के बाद लौट गए। बाद में उनके समर्थकों में से एक ने आरओ से कलश में मौजूद एक-एक रुपए मूल्य के 10 हजार सिक्कों को निक्षेप राशि के रुप में जमा कराने का आग्रह किया, लेकिन आरओ ने निक्षेप राशि इस तर्क के साथ जमा करने से इंकार कर दिया कि इस मद में प्रत्याशी द्वारा 10 हजार रुपए की राशि 5 नवंबर को ही जमा की जा चुकी है। पुलिस ने बताया कि समर्थक सिक्कों से भरे कलश वहीं छोड़ कर चला गया।
अंतत:बुलाई गई पुलिस
दोपहर 3 बजे के बाद जब आरओ कार्यालय बंद होने का समय आया तो सवाल उठा कि आखिर अब इन सिक्कों का क्या किया जाए? मैहर एसडीएम और आरओ एचके धुर्वे ने जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल जैन से मार्गदर्शन लेकर अंतत: पुलिस बुला ली और और सिक्कों से भरे कलश सिटी कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिए गए। सिटी कोतवाल विद्याधर पांडेय ने बताया कि इस मामले में विधायक नारायण त्रिपाठी और अन्य के विरुद्ध लोक सेवक के आदेश की अवहेलना और निर्वाचन संबंधी असत्य सूचना देने पर आईपीसी के सेक्सन- 188 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा- 125 ए के तहत अपराध दर्ज करते हुए सभी 12 कलश भी जब्त कर लिए गए हैं।
शगुन के सिक्के
मैहर से भाजपा के विधायक और पार्टी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी की मानें तो उन्होंने चुनाव में जमानत राशि के लिए शगुन के तौर पर मतदाताओं से 1-1 रुपए के सिक्के अर्जित किए थे। दावे के मुताबिक उन्हें 16-17 हजार रुपए मूल्य के सिक्के मिले थे, लेकिन जमानत के लिए सिर्फ 10 हजार के सिक्कों की जरुरत थी।