मध्य प्रदेश : इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया पर डाली भड़काऊ पोस्ट, सस्पेंड

मध्य प्रदेश : इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया पर डाली भड़काऊ पोस्ट, सस्पेंड

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-03 13:12 GMT
मध्य प्रदेश : इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया पर डाली भड़काऊ पोस्ट, सस्पेंड

डिजिटल डेस्क, सतना। सोशल मीडिया में भडक़ाऊ पोस्ट करने पर जसो के थाना प्रभारी आरके जायसवाल को सस्पेंड करते हुए लाइन भेज दिया गया है। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस अधीक्षक (SP) राजेश हिंगणकर ने शनिवार को ये कार्रवाई की। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी नागौद की SDOP किरण कीरो को सौंपी गई है। आरोप है कि थाना प्रभारी ने 31 मई को वाटसएप पर उस दिन ये आपत्तिजनक पोस्ट की जिस दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सतना जिला मुख्यालय के प्रवास पर थे।

गौरतलब है, इससे पहले स्वयं डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला, पुलिस आफीसर्स और उनके मातहतों को सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट से दूर रहने की सख्त हिदायत  दे चुके हैं। एसपी ने जसो थानेदार के इस दुस्साहस को कोड आफ कंडेक्ट का उल्लंघन माना है।

आखिर, क्या था वो भड़काऊ संदेश?
31 मई को सुबह तकरीबन 9 बजकर 36 मिनट पर वाट्सएप पर इस आशय का एसएमएस पोस्ट किया कि मध्यप्रदेश पुलिस के कर्मचारियों के साथ एक बार फिर धोखा। हर बार की तरह मध्यप्रदेश पुलिस विभाग के आरक्षक, प्रधान आरक्षक, सहायक उपनिरीक्षक, उपनिरीक्षक और निरीक्षक स्तर के सभी अधिकारियों कर्मचारियों के साथ शासन ने फिर से धोखा किया है। जहां अध्यापक संविदा, आय तथा अन्य विभाग के कर्मचारियों को बड़ी सौगात देते हुए वेतन वृद्धि की गई है।

वहीं पुलिस विभाग के कर्मचारियों की 15 साल से लंबित पड़ी मांगों का निराकरण आज तक नहीं हुआ है, न ही कोई अलाउंस में वृद्धि हुई है और न ही वेतनमानों का उन्नयन हुआ है। शासन यह कहता रहे कि केंद्र के समान वेतनवृद्धि की जाएगी, लेकिन आज दिनांक तक पुलिस की सुध लेने वाला कोई नहीं है। फिर से उपेक्षा के शिकार हुए हैं पुलिस कर्मी। इस बार मिलेगा जवाब।

एसपी राजेश हिंगणकर ने मामले में कहा है कि मामला संज्ञान में आने पर जसो के थाना प्रभारी को सस्पेंड करते हुए लाइन अटैच किया गया है। ये कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन है। डीजीपी सर की इस स्पष्ट हिदायत के उल्लंघन का भी गंभीर मामला है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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