जेड सिक्योरिटी के बावजूद पर्याप्त नहीं थी सुरक्षा व्यवस्था, आठवले ने पुलिस को ठहराया जिम्मेदार
जेड सिक्योरिटी के बावजूद पर्याप्त नहीं थी सुरक्षा व्यवस्था, आठवले ने पुलिस को ठहराया जिम्मेदार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री तथा आरपीआई के अध्यक्ष रामदास आठवले ने ठाणे के अंबरनाथ में थप्पड़ मारने की घटना के लिए स्थानीय पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। पत्रकारों से बातचीत में आठवले ने आरोप लगाते हुए कहा कि कहा कि केंद्रीय मंत्री होने के नाते मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा है। मगर शनिवार रात में अंबरनाथ में पार्टी की सभा स्थल पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं थी। सभा खत्म होने के बाद मैं मंच से अपनी गाड़ी की ओर बढ़ रहा था उस समय गाड़ी के पास लगभग 15 लोग खड़े थे। उसी दौरान आरोपी प्रवीण गोसावी ने मुझे पर हाथ उठाने की कोशिश की। सरकार को इस घटना की जांच करानी चाहिए। रविवार को आठवले पर हुए हमले के विरोध में ठाणे और मुंबई सहित दूसरे जिलों में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि आठवले ने कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है।
जांच होनी चाहिए कि हमलावर के पीछे किसका हाथ है
आठवले ने कहा कि मुझे पुख्ता सुरक्षा मिलनी चाहिए। मुझ पर हुए हमले की जांच होनी चाहिए। हमला करने वाले आरोपी के पीछे किसी का हाथ तो नहीं है पुलिस को यह पता लगाना चाहिए। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। आठवले ने कहा कि इस मामले को लेकर सोमवार को पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलेगा। हमें भरोसा है कि मुख्यमंत्री इस मामले का संज्ञान लेंगे। मामले के आरोपी के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई का आदेश देंगे। आठवले ने कहा कि मैंने अपना जनाधार देश भर में बढ़ाया है। मेरी लोकप्रियता पूरे देश में बढ़ रही है। मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है। व्यक्तिगत स्तर पर सभी दलों के नेताओं से मेरे अच्छे संबंध हैं। इधर, पुलिस ने आरोपी गोसावी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
अशोक चव्हाण ने की निंदा
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि मैं आठवले के साथ हुई थप्पड़ मारने की घटना का समर्थन नहीं करता हूं। चव्हाण ने कहा कि आठवले के साथ धक्का मुक्की करने वाला व्यक्ति किस दल से जुड़ा है यह महत्वपूर्ण नहीं है। लेकिन लोगों का रोष बढ़ता चला जा रहा है। मोदी सरकार की नीतियों के विरोध में लोगों की नाराजगी तो नहीं है। ऐसी आशंका नजर आ रही है।
हमले के विरोध में आरपीआई का आंदोलन
अठावले पर हमले के विरोध में आरपीआई के कार्यकर्ताओं ने रविवार को ठाणे, मुंबई, नाशिक, औरंगाबाद में आंदोलन किया। कार्यकर्ताओं ने अंबरनाथ, उल्हासनगर, कल्याण के कई इलाकों में दुकानें बंद करा दी थी। जबकि टिटवाला रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया। मुंबई के मुलुंड और दहिसर के इलाके में रास्ता रोको आंदोलन किया। बांद्रा में भी कार्यकर्ताओं सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।