हाथियों के स्थानांतरण को लेकर गड़चिरोली में हो रही राजनीति 

गड़चिरोली हाथियों के स्थानांतरण को लेकर गड़चिरोली में हो रही राजनीति 

Anita Peddulwar
Update: 2022-06-02 10:15 GMT
हाथियों के स्थानांतरण को लेकर गड़चिरोली में हो रही राजनीति 

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। कमलापुर का हाथी कैम्प गड़चिरोली जिले का वैभव है। पिछले कुछ दिनों से हाथियों के स्थानांतरण को लेकर गड़चिरोली में विरोधी खेमे के जनप्रतिनिधि राजनीति कर रहे हैं। लोगों में गलत अफवाहें  फैलाने की कोशिश की जा रही है। अब तक हाथियों के स्थानांतरण को लेकर वनविभाग को किसी तरह का पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। लेकिन कैम्प में एक 85 वर्षीय वृद्ध हथिनी है, जिसे तत्काल प्रभाव से उपचार की आवश्यकता है। साथ ही यहां 2 बड़े नर हाथी हैं, जिनमें अक्सर लड़ाई होती है। इनमें से एक नर हाथी और वृद्ध हथिनी को बाहर भेजने की आवश्यकता है। कमलापुर का अस्तित्व बनाए रखने के लिए राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार तत्पर होकर वनविभाग को भी उक्त दोनों हाथियों के स्थानांतरण के संदर्भ में अब तक कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। उक्ताशय की जानकारी बुधवार को अहेरी के विधायक धर्मरावबाबा आत्राम ने दी। विधायक आत्राम ने पत्रकारों को बताया कि, पातानील में 3 और कमलापुर में 8 ऐसे कुल 11 हाथी जिले में मौजूद हैं। 

चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा स्थित 6 हाथियों का स्थानांतरण होते ही विरोधी पक्ष के स्थानीय जनप्रतिनिधि राजनीति करने पर उतर आये हंै। उनके द्वारा किया जा रहा प्रयास हास्यास्पद है। वनविभाग को अब तक हाथियों के स्थानांतरण के संदर्भ में कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। लेकिन कैम्प के 2 हाथियों को बाहर भेजना अब जरूरी हो गया है। राष्ट्रीय महामार्ग के संदर्भ में उन्होंने बताया कि, जिले के आष्टी- आलापल्ली और गुड्‌डीगुड़म-रेपनपल्ली महामार्ग निर्माणकार्य की निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।

वनविभाग का अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं होने से निर्माणकार्य आरंभ नहीं हो पाया है। गड़चिरोली-देसाईगंज रेल लाइन के भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया युद्धस्तर पर जारी होकर जल्द ही पटरी बिछाने का कार्य आरंभ होगा। चामोर्शी तहसील के कोनसरी में लौह प्रकल्प का निर्माणकार्य भी युद्धस्तर पर शुरू है। आगामी मार्च 2023 तक यह लौह प्रकल्प क्रियान्वित होगा। इस प्रकल्प से जिले के 10 से 12 हजार सुशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध होगा। इसके अलावा अहेरी तहसील में नया लौह प्रकल्प शुरू करने का कार्य आरंभ किया जाएगा। इस प्रकल्प की अंदाजन  कीमत 1 हजार करोड़ रुपए होकर इसके माध्यम से भी स्थानीय युवाओं काे रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने इस समय गड़चिरोली में तत्काल वैद्यकीय महाविद्यालय शुरू करने की मांग भी की। पत्र परिषद में राकांपा के जिलाध्यक्ष रवींद्र वासेकर समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। 
 

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